
महिला एवं बाल विकास विभाग चीचली द्वारा परियोजना स्तरीय सीसैम प्रशिक्षण अभियान अंतर्गत अति गंभीर कुपोषित बच्चों का समुदाय आधारित प्रबंधन पर एक दिवसीय कार्यकर्ता और एएनएम का प्रशिक्षण, 200 आंगनवाड़ी केंद्रों की कार्यकर्ताओं एवं स्वास्थ्य विभाग की एएनएम को दिया गया।
गाडरवारा। महिला एवं बाल विकास विभाग चीचली द्वारा परियोजना स्तरीय सीसैम प्रशिक्षण अभियान अंतर्गत अति गंभीर कुपोषित बच्चों का समुदाय आधारित प्रबंधन पर एक दिवसीय कार्यकर्ता और एएनएम का प्रशिक्षण, 200 आंगनवाड़ी केंद्रों की कार्यकर्ताओं एवं स्वास्थ्य विभाग की एएनएम को दिया गया। इस प्रशिक्षण का मुख्य उद्देश्य बच्चों में कुपोषण, कुपोषण की पहचान करना, चिन्हित करना और उन्हें समुदाय आधारित पोषण प्रबंधन के अंतर्गत देखभाल और पोषण से होने वाली कमियों को पलकों को बताकर उन्हें समझाइश देना है। जैसे असंतुलित अपर्याप्त, पौष्टिक भोजन न मिलने से बच्चों में बीमारियां, संक्रमण होने लगता है। जिससे बच्चों के स्वास्थ्य में अंतर आने लगता है। इसमें भी जो बच्चे सीसैम के अंतर्गत अति गंभीर की श्रेणी में चयनित होंगे, उन्हें एनआरसी में 14 दिन भर्ती करना होगा। जहां पर पोषण प्रदर्शन के निर्देश अनुसार उन्हें पौष्टिक तत्वों से पूर्ण भोजन एवं दवाइयों का सेवन कराया जाएगा। सीसैम आधारित कार्यक्रम आंगनबाड़ी स्तर पर पांच दिवस के लिए होगा। जहां 6 माह से 5 वर्ष आयु के सभी शारीरिक माप वजन लंबाई ऊंचाई कर अति गंभीर कुपोषण की श्रेणी वाले बच्चों को चिन्हित किया जाएगा। प्रशिक्षण में परियोजना अधिकारी उमा बर्मन, बीएमओ सुनील पटेल, पर्यवेक्षक किरण श्रीवास्तव, पुष्पा धानक, रुचि ठाकुर, हेमलता चौधरी, संजूलता पटेल, द्वारका मेहरा, रामकली कतिया, ब्लाक कार्यक्रम सहायक दहिया, स्वास्थ्य विभाग की सभी एएनएम की उपस्थिति रहीं। विभाग की समस्त सेक्टरों की 50 के बैच के अनुसार आंगनवाड़ी कार्यकर्ताएं उपस्थित थीं। कुल 200 आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं को उक्त प्रशिक्षण दिया गया।
Published on:
11 Feb 2020 02:15 pm
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