
गाजियाबाद। शहर में मोमोज ने 35 लोगों को अस्पताल पहुंचा दिया है। मामला बेहद चौंकाने वाला है। बताया जा रहा है कि मोमोज अनहाइजीनिक थे। जिससे फूड पोईजन हुआ और सभी के पेट में दर्द हुआ। मोमोज खाने से एक शख्स के लीवर में भी तकलीफ हो गई। पुलिस ने 10 मोमोज बेचने वालों को गिरफ्तार किया है। मामले की जांच की जा रही है। बीमारों में 12 बच्चे भी शामिल हैं।
दरअसल मंगलवार की शाम को करीब 35 लोगों ने इंदिरापुरम इलाके के वसुंधरा में मोमोज खाए थे। उसके बाद अगले दिन सुबह उनके पेट में दर्द हुआ और धीरे-धीरे तकलीफ बढ़ती चली गई। उसके बाद सभी बीमार हो गए, जिनमें 12 बच्चे भी शामिल हैं। बीमारों की संख्या धीरे-धीरे 35 तक पहुंच गई। सभी को अलग-अलग अस्पतालों में भर्ती कराया गया है। जहां उनका इलाज चल रहा है। उल्टी से लेकर पेट में दर्द की शिकायत के बाद सभी बीमारों को अस्पताल में भर्ती कराया गया है। डॉक्टर का कहना है कि मोमोज के अनहाइजीनिक होने का शक है।
वहीं पुलिस ने 10 आरोपियों को गिरफ्तार किया है। यह सब आरोपी उसी मोमोज स्टॉल से जुड़े हुए हैं, जहां मोमोज खाए गए थे और इनके खिलाफ संबंधित धाराओं में मुकदमा दर्ज किया जा रहा है। मोमोज खाने वाले बीमार लोगों का यही कहना है कि उस समय कुछ महसूस नहीं हुआ था। लेकिन कुछ का कहना है कि मोमोज बेहद खराब तरीके से बनाए जा रहे थे। जिस वजह से उनको अगले दिन पेट में तकलीफ होने लगी।
एक शख्स ऐसा है, जिसके लीवर में भी इनफेक्शन हो गया है। जाहिर है कि पुलिस जांच के बाद पूरी तस्वीर साफ हो पाएगी कि आखिरकार मोमोज में ऐसा क्या मिला हुआ था। जिससे एक साथ इतने लोगों की तबीयत खराब हो गई। लेकिन दिल्ली-एनसीआर में फास्ट फूड जैसे मोमोज, चाऊमीन और बर्गर खाने से पहले वहां पर उसकी गुणवत्ता को जांच परख लें तो ऐसा बिल्कुल नहीं होगा। डॉक्टर की लगातार यही सलाह दे रहे हैं।
Published on:
30 Jun 2018 09:08 pm
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