
जिस बेटे ने मांगी थी स्कूल ड्रेस, पिता को उसी के लिए लाना पड़ा कफन
गाजियाबाद. लोनी इलाके में एक दिल दहला देने वाली घटना सामने आई है। यहां रेत माफियाओं की ओर से बिल्डिंग मैटेरियल (डस्ट एंड रोड़ी) छिपाने के लिए बनाए गए गड्ढे में भरे पानी में गिरकर 8 साल के प्रियांशु की मौत हो गई। मासूम बच्चे की मौत के बाद से परिवार में कोहराम मचा हुआ है। बेटे की मौत से गमजदा पिता ने बच्चे की बात याद करते हुए बताया कि बेटे ने मुझसे कहा था कि पापा आज मेरे लिए स्कूल की नई ड्रेस लेकर आना। मैं उसे ड्रेस लाकर देने का वादा करते हुए सुबह काम के लिए घर से निकल गया था। उन्होंने कहा कि सबसे छोटा होने की वजह से सभी उसकी हर डिमांड पूरी करते थे। वह एक प्राइवेट स्कूल में चौथी क्लास में पड़ता था। उसकी स्कूल ड्रेस पुरानी हो गई थी, इसलिए उसने नई ड्रेस की मांग की थी। उन्होंने कहा कि मैंने सोचा भी नहीं था कि जल्दी काम निपटा कर उसके लिए ड्रेस लेकर घर जाऊंगा, पर कपड़ा खरीदने के लिए दुकान पर जाने से पहले ही जिगर के टुकड़े की मौत की खबर आ गई। उन्होंने कहा कि मैं कैसा अभागा पिता हूं कि बेटे ने स्कूल की ड्रेस मांगी थी और मुझे कफन लेकर जाना पड़ रहा है। इतना बोलते ही बच्चे के पिता संजय कुमार की आवाज अंटक गई और जारो-कतार रोने लगे। वहीं, प्रियांशु की मौत के बाद से उसकी मां की हालत खराब है। जब भी उसे होश आता है। वह बेटे के बारे में पूछती है। परिवार के अन्य लोगों का भी रो-रोकर बुरा हाल है। दरअसल, संजय उस 8 साल के बच्चे के पिता हैं, जिसकी मौत गुरुवार दोपहर उत्तरांचल सोसायटी के पास पानी से भरे गड्ढे में गिरने से हो गई थी।
यह भी पढ़ें- यूपी में योगी की सत्ता को इस संगठन ने दी चुनौती, जिला मुख्यालय पर फहराया अपना झंडा
लोनी बॉर्डर क्षेत्र की उत्तरांचल सोसायटी के पास इलाके में रहने वालों ने बताया था कि सोसायटी के पास एक खुला मैदान है। यहां एरिया में बिल्डिंग मैटिरियल का काम करने वाले कुछ लोगों ने प्रशासन की कार्रवाई से बचने और टैक्स चोरी करने के लिए बड़े-बड़े गड्ढे खोदे हुए हैं। लोगों के मुताबिक जब भी पुलिस-प्रशासन की टीम छापेमारी करती है, तो ये लोग इन गड्ढों में रेत और रोड़ी छिपा देते हैं। पिछले कुछ दिनों से बारिश के कारण इन लोगों ने सारा माल गड्ढे से निकाल लिया है और गड्ढे को खुला ही छोड़ दिया था। इन्हीं गड्ढों में पानी भरने की वजह से ही प्रियांशु हादसे का शिकार हो गया था। रघुनाथ कॉलोनी में रहने वाले मृतक बच्चे के पिता संजय एक हलवाई की दुकान पर कारीगर का काम करते हैं। उन्होंने बताया कि 4 बच्चों में प्रियांशु (8 साल) सबसे छोटा था। उससे बड़ा 1 भाई और दो बहन हैं।
यह भी पढ़ें- फिर मुठभेड़ से थर्राया उत्तर प्रदेश का यह शहर, 4 लुटेरों का हुआ ऐसा हाल कि कांपने लगे
बच्चे के पिता संजय ने बताया कि उनका बेटा तो चला गया, अब वह शिकायत करके क्या करेंगे। हम गरीब लोग हैं, न मुकदमा लड़ने के पैसे हैं और न ही माफियाओं से टक्कर लेने की ताकत है। हमारा बेटा भी नहीं आ सकता, इसलिए हमें कोई कार्रवाई नहीं करनी है।
Published on:
04 Aug 2018 05:31 pm
बड़ी खबरें
View Allगाज़ियाबाद
उत्तर प्रदेश
ट्रेंडिंग
