
गाजियाबाद।दलित समाज के विरोध प्रदर्शन के बाद में मंगलवार को सवर्ण संगठनों द्वारा भारत बंद कार्यक्रम रखा गया है।2 अप्रैल को प्रदर्शन के नाम पर हुए उपद्रव को देखते हुए मंगलवार को गाजियाबाद जिला प्रशासन और पुलिस अलर्ट मोड में है। प्रशासन पहले से ही इस तारीख को लेकर पूरी सावधानी बरत रहा है। प्रशासन ने पहले ही पुख्ता इंतजाम किए हैं और उसके पास पूरे आउटपुट है कि कौन-कौन से स्थानों पर भारत बंद को लेकर के प्रदर्शन हो सकता है। खुफिया एजेंसियों के इनपुट बता रहे हैं कि यदि कोई जुलूस दलित आबादी से गुजरता है और कोर्ट के फैसले के समर्थन में नारेबाजी होती है या दुकानें बंद कराने को कहा जाता है तो उपद्रव हो सकता है। लगभग 15 ऐसे प्वाइंट बताए गए हैं जहां प्रशासन पूरी तरह चौंकसी बरत रहा है ।
संवेदनशील है ये इलाके
एलआईयू के सूत्रों के मुताबिक इस बात की भी आशंका जताई गई है कि दलित बाहुल्य इलाकों में जुलूस का विरोध हो सकता है, उसे रोका जा सकता है और एक-दूसरे पर आपत्तिजनक टिप्पणी हो सकती है। इसके चलते टकराव और मारपीट की संभावना है। इन क्षेत्रों में सिहानी गेट थाना क्षेत्र, घंटाघर कोतवाली क्षेत्र और मसूरी थाना क्षेत्र ज्यादा संवेदनशील बताए गए हैं। जिसके चलते सभी पुलिस अधिकारियों को इस संबंध में निर्देश दिए गए हैं। आज सवर्णजातीय संगठनों ने बंद का ऐलान किया है। इसी तारीख को मंगलवार भी है। वहीं विश्व हिंदू परिषद के एक त्यागी नेता द्वारा विभिन्न सवर्ण जाति के दुकानदारों से बंद की अपील की गई है और सवर्ण एकता का परिचय देने की बात की गई है।
हिंदू वादी संगठनों पर भी नजर
हिन्दूवादी संगठनों के भारत बंद को लेकर प्रशासन चौकन्ना हो गया है। सभी प्रमुख संगठनों से अधिकारी ने संपर्क बनाया हुआ है। बहर हाल खुफिया तंत्र उपद्रवियों पर नजर बनाए हुए है। पिछली बार से सबक लेते हुए इस बार विरोध को हिंसक होने नहीं दिया जाएगा।
डीएम का कहना
जिलाधिकारी रितु माहेश्वरी ने बताया कि जिले में धारा 144 लागू की हुई है। शांति कानून व्यवस्था में बाधा डालने वालों को बख्शा नहीं जाएगा। हंगामा और माहौल खराब करने वालों के साथ में सख्ती से निपटा जाएगा। शहर और देहात के सभी संवेदनशील क्षेत्रों में फोर्स की तैनाती की गई है।
Published on:
10 Apr 2018 12:24 pm
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