गाजियाबाद में अम्बेडकर रोड स्थित ऑथराइज्ड सीएनजी फिटमेंट सेंटर (न्यू एसपी मोटर्स) पर एक पहली गाड़ी (अल्टो कार) में सीएनजी किट लगाई गई है और इसमें पूरी प्रक्रिया ऑनलाइन ही अपनाई गई है। इसका टेक्निकल सर्वे भी गुरुवार को संभागीय परिवहन विभाग गाजियाबाद के टेक्निकल निरीक्षक अबनीश कुमार ने कर लिया है। इस प्रक्रिया को अपनाने और गाड़ी में सीएनजी किट लगाए जाने के बारे में संभागीय परिवहन विभाग कार्यालय के एआरटीओ प्रशासन विश्वजीत प्रताप सिंह, टेक्निकल निरीक्षक अबनीश कुमार, डीबीए प्रवीण कुमार त्यागी के अलावा सेंटर के प्रतिनिधि विशाल गोला ने विस्तार से जानकारी दी। आखिर इस प्रक्रिया को अपनाने के बाद किस तरह की पारदर्शिता रहेगी और ग्राहक को क्या लाभ होंगे और इस प्रक्रिया को किस तरह से सुगम बनाया जा सकता है। इन सभी पहलुओं पर गहनता से चर्चा भी की गई।
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चुनाव से पहले जनता को सबसे बड़ी सौगात, महज 500 रुपए के स्टाम्प शुल्क पर होगी मकानों की रजिस्ट्री इस दौरान उपपरिवहन आयुक्त मेरठ जोन राजीव श्रीवास्तव ने कहा कि इस प्रक्रिया की शुरुआत सबसे पहले गाजियाबाद से की गई है। 26 सितंबर से सीएनजी किट लगने वाले सभी वाहनों के लिए ऑनलाइन प्रक्रिया ही अपनाई जाएगी। उन्होंने कहा कि गाजियाबाद के अलावा मेरठ जोन के साथ-साथ सहारनपुर में भी इसी प्रक्रिया को अपनाया जाएगा। इसीलिए आज सभी उपसंभागीय परिवहन कार्यालयों के टेक्निकल निरीक्षकों को विस्तार से जानकारी दी गई।
संभागीय परिवहन कार्यालय गाजियाबाद के एआरटीओ प्रशासन विश्वजीत प्रताप सिंह, टेक्निकल निरीक्षण अबनीश कुमार और डीबीए प्रवीण कुमार त्यागी ने बताया कि 1 अगस्त 2006 से 31 मार्च 2020 तक की पेट्रोल गाड़ियां यानी जिनकी वैधता 15 साल के अंदर है। सीएनजी किट लगाई जा सकती है। उन्होंने कहा कि इस ऑनलाइन प्रक्रिया को अपनाए जाने के बाद पूरी तरह से पारदर्शिता रहेगी। जिन वाहनों में सीएनजी किट लगाई जा रही है। सभी उपकरण बेहतर क्वालिटी के होंगे और ग्राहक को उचित रेट भी उपलब्ध होंगे। उन्होंने बताया कि जिन वाहनों में सीएनजी की किट लगाई जा रही हैं। उनके रजिस्ट्रेशन पर सीएनजी चालित वाहन दर्ज कराने के लिए अभी तक मैनुअल प्रक्रिया को अपनाया जाता था, लेकिन इस पूरे मामले में पारदर्शिता और सुगमता लाने के लिए ऑनलाइन व्यवस्था की जा रही है।