होमगार्डों ने राष्ट्रीय एकता दिवस पर देश की शांति और अखंडता बनाए रखने का दिया संदेश
गाजियाबाद. पूरा देश आज लौहपुरुष सरदार वल्लभ भाई पटेल की 142वीं जयंती मना रहा है। इस मौके पर देशभर में केंद्र सरकार की ओर से 'रन फॉर यूनिटी' का आयोजन करवाया गया है। एक और जहां राजधानी दिल्ली में जहां प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 'रन फॉर यूनिटी' को हरी झंडी दिखाई तो वहीं गाजियाबाद में होमगार्डों ने एक पैदल मार्च का आयोजन किया। इस पैदल मार्च का मुख्य उद्देश्य था जो समाज में रहकर शांति को भंग करने का काम करते हैं, उन जैसे लोगों को एक संदेश पहुंचाया जाए और उन्हें बताया जाए कि भारत एक अखंड देश है और जो भारत की अखंडता तोड़ने का प्रयास करेगा उसके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी।
आपको बता दें सरदार वल्लभ भाई पटेल के जन्मदिन के अवसर पर देश में इसे राष्ट्रीय एकता दिवस के नाम से मनाया जाता है। जिसके चलते आज होम गार्डों ने एक पैदल मार्च का आयोजन किया है। सरदार वल्लभ भाई पटेल ने भारत को जोड़ने में बहुत बड़ी भूमिका निभाई थी। जब भारत आजाद हो गया था। 1947 के बाद तो भारत में सबसे बड़ी चुनौती थी, भारत के अलग-अलग राज्यों को एक करना। जिसमें कि पंजाब, पश्चिम बंगाल, जम्मू कश्मीर, आंध्र प्रदेश, जैसे राज्यों को भारत में विलय करने की सबसे बड़ी भूमिका सरदार वल्लभ भाई पटेल ने निभाई थी। सरदार वल्लभ भाई पटेल की अगर उपलब्धियों की बात की जाए तो आजाद भारत के गृहमंत्री और उप-प्रधानमंत्री भी बने।
'रन फॉर यूनिटी' को झंडी दिखाते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि देश की आजादी के लिए सरदार पटेल ने अपना पूरा जीवन लगा दिया। उन्होंने साम-दाम-दंड-भेद के सबकुछ लगा दिया। सरदार पटेल ने राष्ट्र के एकीकरण में अहम भूमिका निभाई है। यहां विपक्षी पार्टियों पर निशाना साधते हुए कहा कि इसके बाद भी आज की पीढ़ी को सरदार पटेल की योगदान को कम करके बताया गया है।