निगम मुख्यालय में प्रेस कान्फ्रेंस के माध्यम से उन्होंने कहा कि शुरूआत में15 साथी पार्षदों की तरफ से सामूहिक पत्र महापौर दिया गया था और इस पत्र के माध्यम से सदन की आपात बैठक बुलाए जाने की मांग की गई थीं,लेकिन कुछ पार्षदों से खंडन करा दिया गया था।खंडन कराए जाने से अवस्थापना निधि की रकम को किसी को ठिकाने नहीं लगाने दिया जाएगा। उन्होंने कहा कि सडकों की मौजूदा हालात की स्थिति की विडियों सदन के समक्ष दिखाने में कोई दिक्कत नहीं होनी चाहिए।