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नोएडा- NCR में उबर की एयर टैक्सी से सड़क जाम से मिल जाएगी निजात, किराया भी होगा सामान्य

ऐप आधारित टैक्सी सर्विस प्रोवाइडर कंपनी उबर ने नासा से किया करार

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गाजियाबाद. भारत समेत दुनियाभर में ऐप आधारित टैक्सी सर्विस प्रोवाइडर कंपनी उबर (UBER) की कैब जल्द ही हवा में उड़ेगी। फिलहाल कंपनी अपनी इस सेवा को अमरीका के लॉस एंजिलिस में शुरू करने जा रही है। इसके बाद इस सेवा का दुनिया के दूसरे देशों में भी प्रसार करेगी। इसके लिए उबर ने अंतरिक्ष एजेंसी नासा के साथ हाथ मिलाया है। कंपनी ने ये जानकारी लॉस एंजिलिस में चल रहे उबर एलीवेट समि‍ट में दी है। इसके साथ ही कंपनी ने ऐलान किया है कि इसका किराया सामान्य टैक्सी के बराबर ही होगा। नोएडा की सेंट्रल ऑटो मार्केट में ऑटो गियर के संचालक इकबाल ने बताया कि अगर उबर अपनी ये सेवा शुरू करती है तो नोएडा आने-जाने वालों को सबसे ज्यादा लाभ होगा, क्योंकि नोएडा एनसीआर का मुख्य अंग है। इसके चारों तरफ बड़े महानगर और देश की राजधानी दिल्ली है। जिसकी वजह से यहां हमेशा जाम की स्थिति बनी रहती है। लिहाजा, एयर टैक्सी के आ जाने से लोगों को बड़ी राहत मिलेगी, कियोंकि सड़क पर जाम लगते ही ये टैक्सी आसमान से सफर शुरू कर देती है। नासा ने सोमवार को कहा कि फिलहाल कंपनी इस तरह की कैब की टेस्टिंग जल्द ही शुरू करेगी। शुरुआत में कंपनी प्रोजेक्ट पर काम कर रही है उसके तहत 100 से ज्यादा एयर टैक्सी रोजाना चलाए जा सकेंगे। नासा के एरोनॉटिक्स रिसर्च मिशन डायरेक्टोरेट के एसोसिएट एडमिनिस्ट्रेटर जयवॉन शिन के मुताबिक,अर्बन एयर मोबिलिटी से एक नया रेवोल्यूशन आएगा। लोगों के लाइफस्टाइल में भी बड़ा बदलाव देखने को मिलेगा, जैसा कि स्मार्टफोन के वक्त देखने को मिला था।

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उबर की तरफ से घोषणा की गई कि उसकी पहले घोषित की गई `उबर एयर` के पायलट प्रोजेक्ट में लॉस एंजिलिस भागीदार होगा। इससे पहले डलास फोर्ट-वर्थ, टेक्सास और दुबई भी इसमें शामिल हो चुके हैं। क्योंकि भारत एक बड़ा और खुला बाजार है। ऐसे में अमरीका में इस सेवा के शुरू हो जाने के बाद भारत में भी इसकी जल्द ही शुरुआत की संभावना है। हालांकि, भारत को लेकर अभी तक कंपनी की ओर से कोई अधिकारिक बयान तो नहीं आया है, लेकिन ग्लोबलाइजेशन के इस दौर में जिस तरह से तकनीक का हस्तांतरण तेजी से हो रहा है। ऐसे में भारत ज्यादा दिनों तक इस तकनीक से अछूता नहीं रह सकता है।

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नासा से हुए करार के तहत दोनों अर्बन एयर मोबिलिटी सर्विस देने के लिए मॉडल तैयार करेंगे। नासा ने उबर एविएशन प्रोग्राम के बारे में कहा कि डालास फोर्ट वर्थ इंटरनेशनल एयरपोर्ट पर इन उड़न टैक्सी की टेस्टिंग की जाएगी। उबर और नासा का उद्देश्य अगले दो साल में मैनुअली उड़ने वाली टैक्सी और इसके बाद अगले 10 सालों के भीतर मानवरहित उड़ने वाली टैक्सी तैयार करना है। शुरुआत में उड़ने वाले कैब में चार लोगों के बैठने की जगह होगी। हवा में उड़ सकने वाली इन कैब में सामान की डिलिवरी करने वाले ड्रोन भी शामिल किया जाएगा। कंपनी ने कहा है कि फिलहाल ये प्रोजेक्ट शुरू किया गया है और काम जारी है। इसका कमसद ट्रैफिक से अलग समय की बचत करना और एक कारपूल नेटवर्क बनाना है। इसकी मदद से लोग कम समय में अपने डेस्टिनेशन तक पहुंच सकेंगे।

कंपनी अपनी इस रोंचाक सेवा को सबसे पहले अमेरिका में पेश करने की योजना पर काम कर रही है। किराये की बात करें, तो ये उबर एयर के हेड एरिक एलिसन ने कहा कि इसका किराया प्रति किलोमीटर 3.8 डॉलर यानी लगभग 256 रुपए होगा। हालांकि, पैसेंजर्स के बढ़ने और इसकी कामयाबी के बाद ये किराया 1 डॉलर प्रति किमी तक भी हो सकता है। गौरतलब है कि अमेरिका में उबर कैब का सामान्य किराया भी इतना ही है।


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