
गाजियाबाद। सत्तारूढ़ भाजपा को मंगलवार को उत्तर प्रदेश के शीतकालीन सत्र के पहले दिन असहज स्थिति का सामना करना पड़ा। कारण, विधानसभा में कुछ ऐसा हुआ कि समाजवादी पार्टी समेत पूरा विपक्ष भाजपा विधायक के समर्थन में उतर आया और इस दौरान जमकर नारेबाजी हुई।
दरअसल, मोदी सरकार द्वारा लाए गए नागरिकता संशोधन कानून के विरोध में सदन में चर्चा चल रही थी। इस दौरान विपक्षी सदस्यों ने सदन से वॉकआउट किया। इस बीच गाजियाबाद के लोनी क्षेत्र से भाजपा विधायक नंदकिशोर गुर्जर अपनी सीट पर खड़े हो गए और स्पीकर से कुछ कहने की अनुमति मांगने लगे।
तभी पार्टी के अन्य सदस्यों ने उन्हें बैठने को कहा। लेकिन, लोनी विधायक ने इसे अनसुना करते हुए बोलने की अनुमति मांगते रहे। संसदीय कार्यमंत्री सुरश खन्ना ने भी विधायक को बैठने का इशारा किया। फिर भी विधायक हाथ में पर्चा लेकर बोलने पर अड़े रहे। इस दौरान सदन में वापस लौटे विपक्षी सदस्यों को इस बारे में जानकारी हुई। जिसके बाद विपक्षी नेता भाजपा विधायक के समर्थन में आए गए और जमकर नारेबाजी की।
सपा के सदस्यों ने कहा कि जब सत्ता पक्ष के सदस्य को ही सदन में कुछ कहने की अनुमति नहीं है तो विपक्ष की क्या सुनी जायेगी। सभी ने 'सदस्य को न्याय दो' के नारे भी लगाए। हालांकि इस सबके कुछ देर बात विधायक गुर्जर अपनी सीट पर बैठ गए। लेकिन कुछ देर बाद वह संसदयी कार्यमंत्री सुरेश खन्ना के हाथ में एक पर्चा थमाकर सदन से बाहर चले गए।
Updated on:
17 Dec 2019 07:57 pm
Published on:
17 Dec 2019 07:56 pm
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