scriptछह वर्ष के बच्चे की छत से गिरकर हो गई मौत तो माता-पिता ने उठाया ऐसा कदम जो बन गई मिसाल | Parents donates Eye of their 6 years old dead son in Ghaziabad | Patrika News
गाज़ियाबाद

छह वर्ष के बच्चे की छत से गिरकर हो गई मौत तो माता-पिता ने उठाया ऐसा कदम जो बन गई मिसाल

बेटे की मौत के सदमे में भी याद रही इंसानियत

गाज़ियाबादJun 06, 2018 / 05:29 pm

Iftekhar

baby death

छह वर्ष के बच्चे की छत से गिरकर हो गई मौत तो माता-पिता ने उठाया ऐसा कदम जो बन गई मिसाल

गाजियाबाद. कौशांबी स्थित अंतरिक्ष ग्रीन सोसायटी में दूसरी मंजिल पर लगे शेड से गिरकर 6 वर्षीय गर्वित की मौत हो गई. अपने मासूम को खोने के गम में माता-पिता बेसुध थे। लेकिन ऐसी हालत में भी अपने बच्चे की आंख से किसी दूसरे की जिंदगी रोशन करने के विचार ने उन्हें इतनी ताकत देदी कि वे आनन-फानन में बच्चे को शव को लेकर अस्पताल पहुंचे और उसकी दोनों आंखों को दान कर दिया। दरअसल बच्चे की मौत के बाद पूरा परिवार मातम में डूबा हुआ था। गर्वित के परिजनों का शुरुआत में आंखें दान करने का कोई विचान रही था। गर्वित की मौत के बाद वह शव को मोर्चरी ले गए थे। करीब डेढ़ घंटे बाद किसी रिश्तेदार ने गर्वित की आंखों को दान करने का विचार रखा। इसके बाद परिजनों में इस पर सहमति बन गई। फिर आनन फानन में शव को मुर्दाघर से मैक्स अस्पताल लेकर पहुंचे। जहां पर आंखों को निकाला गया। जहां गर्वित की दोनों आंखों को दिल्ली के मौलाना आजाद मेडिकल कॉलेज को दान किया गया। परिजनों ने बताया कि मौत के बाद गर्वित की सिर्फ आंखें ही सुरक्षित थी, जिस कारण वह अन्य अंग दान नहीं कर सके। परिजनों गर्वित की आंखों से दो लोगों को रौशनी मिलने पर खुशी जाहिर की है।

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बच्चे की मौत से सदमें में हैं परिजन
परिजनों ने बताया कि मात्र छह साल की उम्र में गर्वित हम सब सो छोड़कर चला गया। उन्हें बड़ा अच्छा लगेगा कि गर्वित की आंखों से दो लोग इस दुनिया को देख सकेंगे। गर्वित ने जो दुनिया नहीं देखी, वह अपनी आंखों की मदद से देख सकेंगा। गर्वित के परिजनों ने बताया कि शव के अंतिम संस्कार करने को सब रिश्तेदार मोर्चरी पहुंच चुके थे। इस दौरान एक डॉक्टर रिश्तेदार ने गर्वित के परिजनों को आंखे दान करने की बात कही। इसी बात से प्रेरित होकर परिजन गर्वित आंखे दान करने के लिए तैयार हो गए।

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जिस शेड से गिरने से गर्वित के साथ हादसा हुआ, उसकी अभी तक मरम्मत नहीं कराई गई है। न ही टूटी शेड को बदला गया है आैर न ही शेड के आसपास कोई चेतावनी संबंधित पत्र या पोस्टर चस्पा किया गया आैर नहीं ग्रिल आदि की बैरिकेटिंग की गई। आम दिनों की तहर सोसायटी के लोग वहां से गुजर रहे थे। किसी के मन में हादसे को लेकर कोई डर नहीं था। आपको बताते चले कि कौशाम्बी स्थित अंतरिक्ष ग्रीन सोसायटी में शिखर गर्ग का बेटा गर्वित (6) करीब 12 बजे अन्य बच्चों के साथ बिल्डिंग की सातवीें मंजिल पर खेल रहा था। खेलने के दौरान उसकी बॉल दूसरी मंजिल पर प्लास्टिक के शेड पर जा गिरी। गर्वित बॉल को उठाने के लिए जैसे ही दूसरी मंजिल पर आकर शेड पर पहुंचा, तभी शेड अचानक टूट गई और गर्वित नीचे बेसमेंट में जा गिरा। इसमें उसके सिर और छाती में गंभीर चोटें आईं। गंभीर हालत में गर्वित को वैशाली के मैक्स अस्पताल रेफर कर दिया। जहां इलाज के दौरान बच्चे की मौत हो गई थी।

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