31 दिसंबर 2025,

बुधवार

Patrika LogoSwitch to English
home_icon

मेरी खबर

icon

प्लस

video_icon

शॉर्ट्स

epaper_icon

ई-पेपर

गाजियाबाद में भूकंप के तेज झटके से हिलने लगे बेड और कुर्सी, दहशत में घर से बाहर आए लोग

Earthquake in Ghaziabad Delhi-NCR: गाजियाबाद में आज दोपहर भूकंप के तेज झटके महसूस किए गए हैं। गाजियाबाद में आए भूकंप की तीव्रता 6.2 मापी गई है। इसके अलावा दिल्ली और एनसीआर में भूकंप के झटके महसूस किए गए हैं।

2 min read
Google source verification
भूकंप के तेज झटके

गाजियाबाद और दिल्ली-NCR में भूकंप के जोरदार झटके महसूस किए गए हैं

Earthquake in Ghaziabad Delhi-NCR: आज गाजियाबाद और दिल्ली-एनसीआर में भूकंप के जोरदार झटके महसूस किए गए हैं। मंगलवार दोपहर को आए भूकंप के झटकों के बाद दहशत में लोग अपने घरों और आफिस से बाहर निकल आए। गाजियाबाद में आरडीसी और कोशांबी, इंदिरापुरम, वैशाली इलाकों में भूकंप से दहशत मच गई है। लोगो के मुताबिक भूकंप के झटके करीब 3 सेंकेड तक लोगों ने महसूस किए हैं। गाजियाबाद के अलावा मेरठ, नोएडा और दिल्ली-एनसीआर में भूकंप के जोरदार झटके महसूस किए गए हैं। बताया जाता है कि भूकंप आज मंगलवार दोपहर 2.50 पर आया। जिसके बाद भूकंप के झटके लगते ही दहशत में लोग दफ्तर और घरों से बाहर निकलकर खुले मैदान में आ गए।

नेशनल सेंटर फॉर सिस्मॉलोजी के अनुसार, भूकंप की तीव्रता 6.2 बताई जा रही है। भूकंप का केंद्र नेपाल में जमीन से पांच किलोमीटर गहराई में बताया जा रहा है। झटके यूपी-दिल्ली समेतर कई राज्यों में महसूस किए गए।
इससे पहले दोपहर 2.25 मिनट पर भूकंप के झटके महसूस किए गए हैं। इसका केंद्र नेपाल बताया जा रहा है। उस समय इसकी तीव्रता 4.6 मापी गई थी। इसके झटके उत्तराखंड और यूपी के कुछ हिस्सों में महसूस किए गए थे। अचानक ही धरती कांपने से लोग दहशत में आ गए।

एनसीआर ही नहीं बल्कि उत्तरी भारत के कई राज्यों में भूकंप के झटके महसूस किए गए हैं। भूकंप की तीव्रता 6.2 बताई जा रही है। उत्तर भारत के कई राज्यों में भूकंप के झटके महसूस किए गए हैं। दिल्ली के अलावा मेरठ, गाजियाबाद, हापुड, बुलंदशहर, मोदीनगर, नोएडा और फरीदाबाद में भी भूकंप के झटके महसूस किए गए।


यह भी पढ़ें : खेत की पगडंडियों पर ऐसी दौड़ी पारुल कि फिर न रुकी, एशियाड में जीती चांदी अब पेरिस ओलंपिक लक्ष्य

घर से बाहर काफी समय तक बाहर रहे लोग
भूकंप जिस समय आया उस दौरान अधिकांश लोग अपने आफिस से बाहर लंच के लिए निकले थे। लेकिन जब भूकंप आया तो बाकी लोग भी घरों से बाहर की ओर भागे। देखते ही देखते राजनगर और कविनगर में लोग अपने घरों से बाहर खुले मैदान और पार्क में एकत्र हो गए। लोगों में भूकंप की दहशत इस कदर थी कि लोग काफी देर तक बाहर ही रहे।