
गाजियाबाद। महानगर में पब्लिक और प्राईवेट ट्रांसपोर्ट के वाहनों से निकलने वाले प्रदूषण से जल्द ही लोगों को राहत मिल सकेगी। इसके लिए गाजियाबाद विकास प्राधिकरण की तरफ से सकारात्मक कदम उठाए जा रहे हैं। प्रदूषण को कम करने के लिए प्राधिकरण खुद अपने स्तर पर वर्टिकल गार्डन लगाएगा। पहले ये काम निजी संस्था को दिया जा रहा था। निजी संस्थान इसको बनाकर दो साल तक इसका रखरखाव करती लेकिन अब ऐसा नहीं होगा। प्राधिकरण के उद्यान विभाग ने इसे तैयार करने का बीड़ा उठाया है।
60 लाख किए जांएगे खर्च
गाजियाबाद में दिलशाद गार्डन से नया बस अड्डे तक 22 मेट्रो पिलर्स पर वर्टिकल गार्डन के लिए 60 लाख रुपये खर्च किए जांएगे। इस प्रकार एक पिलर पर तीन लाख रुपये में गार्डनिंग होगी। खास बात ये है कि इन्हें हरा-भरा रखने के लिए ड्रिप तकनीक का इस्तेमाल किया जा रहा है। जिससे ज्यादा पानी की आवश्यकता नहीं होगी।
ऐसे तैयार होगा वर्टिकल गार्डन
क्लोरोफाइटम, रोहिया, सघोनियम, स्पेथोफायलम, पर्पल हार्ट समेत प्रदूषण का स्तर कम करने में ज्यादा कारगर पौधों की प्रजातियों को वर्टिकल गार्डन के लिए इस्तेमाल किया जाएगा। बायो क्लॉथ से बने पैकेट में वर्मी कंपोस्ट भरा जाएगा। उसमें ये पौधे लगाए जाएंगे। फिर बायो क्लॉथ से बना एक बेड पिलर पर लगेगा। जिसमें पौधों को रखने के लिए पॉकेट बनी होंगी। पौधों के पैकेट को पॉकेट में रख दिया जाएगा। दरअसल, मिट्टी से गंदगी होती है और इसे देखते हुए वर्मी कंपोस्ट का ही इस्तेमाल होगा।
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जल्द काम होगा शुरु
जीडीए के उद्यान प्रभारी आर.ए राही ने बताया कि पहले निजी संस्था से गार्डनिंग कराए जाने पर विचार किया जा रहा था। लेकिन अब प्राधिकरण खुद इसे लगवाएगा। जल्द से जल्द ही इस पर काम शुरू कर दिया जाएगा।
Published on:
21 Feb 2018 03:48 pm
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