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गाजीपुर बॉर्डर से वापस लौटे राहुल-प्रियंका, अब 6 दिसंबर को करेंगे वापसी

Rahul Gandhi: करीब 2 घंटे तक गाजीपुर बॉर्डर पर रुकने के बाद राहुल गांधी और प्रियंका गांधी वापस दिल्ली लौट गए। राहुल गांधी ने कहा कि यह नेता विपक्ष के अधिकारों के खिलाफ है।

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Rahul Gandhi
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Rahul Gandhi: उत्तर प्रदेश के संभल में पीड़ित परिवारों से मिलने जा रहे राहुल और प्रियंका गांधी को पुलिस ने गाजीपुर बॉर्डर पर रोक लिया। करीब 2 घंटे तक गाजीपुर बॉर्डर पर रुकने के बाद भी अफसरों ने उनके काफिले को आगे नहीं बढ़ने दिया। ऐसे में राहुल-प्रियंका दिल्ली लौट गए और अब 6 दिसंबर को संभल जाएंगे।

‘यह संविधान को खत्म करने वाला नया हिंदुस्तान है’

कांग्रेस नेता और रायबरेली सांसद राहुल गांधी ने कहा, "हम संभल जाने की कोशिश कर रहे हैं। नेता विपक्ष के रूप में वहां जाना मेरा अधिकार है। मैंने कहा है कि मैं अकेला पुलिस के साथ जाने को तैयार हूं मगर उन्होंने हमारी ये बात भी नहीं मानी। यह नेता विपक्ष के अधिकारों के खिलाफ है। संविधान के खिलाफ है। मेरा संवैधानिक अधिकार मुझे नहीं दिया जा रहा है। यह संविधान को खत्म करने वाला नया हिंदुस्तान है।”

‘नेता प्रतिपक्ष को रोका नहीं जा सकता’

वहीं, वायनाड से सांसद प्रियंका गांधी ने कहा, “राहुल गांधी नेता प्रतिपक्ष हैं, उनके संवैधानिक अधिकार बाकी लोगों से अलग होते हैं। उन्हें रोका नहीं जा सकता। राहुल गांधी ने कहा कि मैं यूपी की पुलिस के साथ अकेला चला जाऊंगा लेकिन पुलिस इसके लिए भी तैयार नहीं हुई। पुलिस के पास इन बातों का कोई जवाब नहीं है। यूपी में अगर ऐसे हालात भी संभाले नहीं जा सकते तो BJP इतने गर्व से क्यों कहती है कि हमने लॉ एंड ऑर्डर संभाल रखा है।”

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‘प्रशासन ने भाजपा के इशारे पर घटना को दिया अंजाम’

सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने मीडिया से बातचीत के दौरान कहा, “प्रशासन ने भाजपा के इशारे पर इस घटना को अंजाम दिया। किसी भी पार्टी के नेता को वहां जाने नहीं दिया जा रहा है। वे क्या छिपाना चाहते हैं? प्रशासन की भाषा देखिए। क्या लोकतंत्र में अधिकारियों को इस तरह का व्यवहार और भाषा की अनुमति दी जा सकती है? पता नहीं वे 10 तारीख तक क्या-क्या छिपाएंगे और कितना दबाव बनाएंगे। उत्तर प्रदेश में भाजपा सरकार में पुलिस सिर्फ लोगों को फंसाने का काम कर रही है, न्याय दिलाने का नहीं।”