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छह साल के मासूम को ज़िला अस्पताल में खींचना पड़ा स्ट्रेचर, वीडियो वायरल, डीएम ने बिठायी जांच

विडियो के बारे में जानकारी होने के बाद डीएम सोमवार को अचानक ज़िला अस्पताल पहुंच गए और पीड़ित परिवार से मिलकर घटना की जानकारी ली। डीएम के साथ सीएमओ और एसडीएम दिनेश मिश्र भी मौजूद थे।

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Minor Stretcher pulling

स्ट्रेचर खींचता बच्चा

गोरखपुर/देवरिया. एक बार महामारी ख़त्म हो सकती है लेकिन रिश्वतखोरी नहीं। जिस तरह से रिश्वत के वायरस का संक्रमण व्यवस्था के सबसे निचले स्तर को भी संक्रमित कर चुका है उसको देखते हुए ये दावा गलत नहीं है। देवरिया के ज़िला अस्पताल का एक वीडियो वायरल हो रहा है, जिसमें एक बच्चा अपनी मां के साथ एक मरीज़ का स्ट्रेचर खींचकर ले जाता दिख रहा है। दावा किया जा रहा है कि 30 रुपये रिश्वत न मिलने पर अस्पताल के कर्मचारी स्ट्रेचर नहीं ले गए और छह साल का मासूम अपनी मां के साथ धक्का देकर वार्ड में ले गया। विडियो वायरल होने के बाद डीएम खुद अस्पताल जाकर पीड़ित परिवार से मिले और इस मामले में जांच बैठा दी है।

मारपीट की घटना में घायल देवरिया के बरहज क्षेत्र के गौरा गांव निवासी छेदी यादव का पिछले तीन चार दिनों से ज़िला अस्पताल में इलाज चल रहा है। उनकी बेटी बिन्‍दू का आरोप है कि ड्रेसिंग के लिये स्ट्रेचर पर ड्रेसिंग रूम ले जाने के लिए अस्पताल के कर्मचारी 30 रुपये मांगते हैं। रूपये न होने पर अस्‍पताल कर्मी छेदी को ड्रेसिंग के लिए ले जाने को तैयार नहीं हुए। मजबूरन उन्हें पने छह साल के बच्‍चे शिवम यादव की मदद से पिता को ड्रेसिंग रूम ले जाना पड़ा। इसी दौरान किसी ने उनका वीडियो बनाकर सोशल मीडिया में वायरल कर दिया।

विडियो के बारे में जानकारी होने के बाद डीएम सोमवार को अचानक ज़िला अस्पताल पहुंच गए और पीड़ित परिवार से मिलकर घटना की जानकारी ली। डीएम के साथ सीएमओ और एसडीएम दिनेश मिश्र भी मौजूद थे। डीएम ने मीडिया से कहा है कि एक वायरल वीडियो में महिला और बच्चा स्ट्रेचर खींचते दिख रहे हैं। इस संबंध में मरीज़ और उसके परिजनों व सीएमएस से जानकारी ली गई है। घटना के समय वार्ड में कोई वार्ड ब्वॉय नहीं था, जिसके चलते महिला को मरीज़ क स्ट्रेचर खुद ले जाना पड़ा। मामले में ड्यूटी पर तैनात वार्ड ब्वॉय को हटाते हुए जांच एसडीएम को जांच सौंपी गई है। रिपोर्ट के आधार पर कार्यवाही की जाएगी।