गोरखपुर मे गार्बेज ट्रांसफर स्टेशन (GTS) का मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने लोकार्पण किया। गार्बेज ट्रांसफर स्टेशन के निर्माण पर कुल 9.89 करोड़ रुपये खर्च हुए हैं। इसकी क्षमता प्रतिदिन 200 टन कूड़ा निस्तारित करने की है। इस जीटीएस में महानगर के 40 वार्डों का कूड़ा निस्तारित करने की कार्ययोजना बनाई गई है।
सीएम योगी आदित्यनाथ मंगलवार को गोरखपुर दौरे के पहले दिन जिले को बड़ी सौगात दिए। सीएम चरगांवा में बने गार्बेज ट्रांसफर स्टेशन का लोकार्पण कर जनसभा को भी संबोधित किए। उन्होंने कहा कि लोग पहले कूड़े को कहीं भी फेंक देते थे इस कारण गंदगी से बीमारियां भी फैलती थीं।
पीएम मोदी का सपना है कि हर एक व्यक्ति को गुणवत्ता युवक जीवन मिले ,इसको लेकर अक्टूबर 2014 को स्वच्छ भारत मिशन अभियान का प्रारंभ हुआ। नेशनल क्लीन एयर प्रोग्राम के तहत बने इस गार्बेज ट्रांसफर स्टेशन का शुभारंभ हुआ है।
विपक्षी दलों पर तंज कसते हुए सीएम ने कहा कि केंद्र में 2014 के पहले और राज्य में 2017 के पहले जो सरकार थी वे परिवारवाद से ग्रस्त थीं। उनके लिए उनका परिवार ही देश थे ऐसे में देशवासियों को इनसे उम्मीद बेमानी थी। प्रदेश में सपा और देश में कांग्रेस और उसके सहयोगी दल करते थे।
गोरखपुर में 2017 के पहले मच्छर और माफिया ही ब्रांड थे। आज के समय इंसेफलाइटिस से मुक्ति मिल गई है। आज हर घर तक पानी जा रहा है, हर घर से कूड़ा एकत्रित हो रहा है। सुथनी में 500 टन प्रतिदिन वेस्ट टू चारकोल प्लांट बन रहा है।पार्षद और अन्य लोग इस गार्बेज स्टेशन को देखें कि कैसे कूड़े को उपयोगी बनाया जा रहा है।
जलभराव से मुक्ति के लिए गौड़धोइया नाला बन रहा है। जिनका मकान इसकी जद में आया मैं उनको आभार व्यक्त करता हूं। इसके बन जाने के बाद जलभराव कहीं नहीं होगा। ये नए भारत के नए उत्तर प्रदेश का नया गोरखपुर है। यहां फिल्में बनती हैं। रामगढ़ताल जो कभी एक जलकुंभियों से भरा एक ताल था आज वह टूरिस्ट स्पॉट बन गया है। सपा के शासन के दौर को याद करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि आज जैसे गोरखपुर की कभी कल्पना भी नहीं थी। कार्यक्रम में मेयर डॉ. मंगलेश श्रीवास्तव ने अतिथियों का स्वागत किया।