हर साल होता है करोड़ों का नुकसान, चुनाव में मुद्दा भी बना लेकिन रिंग बांध की आस आज भी अधूरी
आजमगढ़. जिले में सूखा भले ही हो लेकिन सगड़ी तहसील क्षेत्र के दियारा में रहने वाले लोग प्रतिवर्ष घाघरा के बाढ़ की त्रासदी झेलते हैं। वर्ष 1980 से अब तक कई गांव नदी की धारा में विलीन हो चुके हैं। हर साल दर्जनभर घर नदी में समां जाते है। करोड़ों रूपये की फसल तबाह होती है। सरकार बाढ़ राहत व बचाव कार्य में करोड़ों रूपये खर्च कर देती है लेकिन चार दशक से चल रही रिंग बांध की मांग आज तक किसी सरकार ने पूरा नहीं किया। जबकि रिंग बांध बनने के बाद न केवल कटान का संटक दूर हो जाता बल्कि बाढ़ से होने वाली क्षति भी कम हो जाती। रिंग बांध कई बार चुनाव मुद्दा भी बना। प्रत्याशी ने लेकर बड़े नेता तक आश्वासन दिये लेकिन चुनाव बाद किसी को वादा याद नहीं रहा। इस बार तो लापरवाही की पराकाष्ठा है। विभागीय लापरवाही से बंधे में आधा दर्जन से अधिक स्थानों पर रिसाव है तो एक स्थान पर बंधा टूट चुका है।
ट्रक की चपेट में आने से तीन युवकों की मौत
अंबेडकरनगर. जिले में जलालपुर बाईपास के निकट ट्रक की चपेट में आने से तीन युवकों की सड़क हादसे में मौत हो गई है। दुर्घटना की सूचना पर पहुंची पुलिस ने ट्रक व चालक को हिरासत में लेकर शव का पंचनामा कर पोस्टमॉर्टम के लिए भेज दिया है। प्रत्यक्षदर्शियों ने बताया कि टांडा-बांदा राष्ट्रीय राजमार्ग पर रात करीब डेढ़ बजे एक मोटर साइकिल पर सवार तीन युवक तेज रफ्तार से सिझौली की तरफ जा रहे थे। अचानक मोटर साइकिल अनियंत्रित होकर बाईपास के किनारे खड़े ट्रक से जा टकराई। टक्कर इतनी जोरों की थी कि मोटरसाइकिल पर बैठे दो युवक ट्रक के नीचे आ गए, जबकि एक युवक उछलकर ट्रक से टकरा गया। टक्कर इतनी तेज थी कि तीनों का सिर फट गया। पुलिस ने एंबुलेंस के जरिए लहूलुहान हालत में तीनों युवकों को जिला चिकित्सालय पहुंचाया। जहां डॉक्टरों ने उपचार के दौरान तीनों को मृत घोषित कर दिया। कोतवाल अमित प्रताप सिंह ने बताया कि सड़क हादसे में तीन युवकों की मौत हुई है। ट्रक व ड्राइवर हिरासत में है। तहरीर मिलने पर जांच कर कार्रवाई की जाएगी।