16 दिसंबर 2025,

मंगलवार

Patrika LogoSwitch to English
home_icon

मेरी खबर

icon

प्लस

video_icon

शॉर्ट्स

epaper_icon

ई-पेपर

Big News एनकाउंटर से सुर्खियों में आए इंस्पेक्टर मिले इस हालत में, पुलिस महकमा में हड़कंप

-कई दिनों से लापता इंस्पेक्टर की मिली लाश, पोस्टमार्टम खोलेगा इंस्पेक्टर की मौत का राज -ड्यूटी पर रहते इंस्पेक्टर थे गायब लेकिन नहीं ली अधिकारियों ने खोज खबर -आवास में दुर्गंध उठने के बाद दरवाजा तोड़कर शव किया गया बरामद

2 min read
Google source verification
Pankaj shahi

Big News एनकाउंटर से सुर्खियों में आए इंस्पेक्टर मिले इस हालत में, पुलिस महकमा में हड़कंप

सिद्धार्थनगर में साइबर सेल में तैनात इंस्पेक्टर का शव संदिग्ध परिस्थितियों में मिला है। पुलिस लाइन के उनके सरकारी आवास से दुर्गंध उठने के बाद सहयोगियों ने जब देखा तो वह मृत पड़े थे।

इंस्पेक्टर पंकज कुमार शाही की सिद्धार्थनगर जिले में तैनाती पिछले साल 2018 में 30 मई को हुई थी। वह जिले के साइबर सेल में तैनात थे। देवरिया जिले के पकड़ी बाबू गांव के रहने वाले पंकज शाही सिद्धार्थनगर स्थित पुलिस लाइन के सरकारी आवास में ही रहते थे।
आसपास रहने वाले पुलिसवालों के मुताबिक मंगलवार को उनके आवास से दुर्गंध उठने लगा तो उन लोगों ने उच्चाधिकारियों को इत्तला दी। सीओ सदर सुनील कुमार सिंह मौके पर पहुंचे तो उन्होंने दरवाजा तोड़वाया। बेड पर पंकज कुमार शाही का शव पड़ा था। पूरा शरीर काला पड़ चुका था। प्रत्यक्षदर्शियों के मुताबिक शव करीब चार-पांच दिन पुराना प्रतीत हो रहा था।
पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम को भेज दिया है।

पांच दिनों से ड्यूटी पर होने के बावजूद कोई खोजखबर नहीं

इंस्पेक्टर पंकज शाही ड्यूटी पर थे। पांच दिनों से ड्यूटीरत कोई जिम्मेदार गायब रहता है और उच्चाधिकारियों को भनक तक नहीं लगती है यह जांच का विषय है। सवाल यह भी कि आखिर पांच दिनों तक उनके साथी या सहयोगियों ने भी खोजबीन नहीं की। एक अधिकारी के मुताबिक उनका फोन स्वीच आॅफ आ रहा था। तो सवाल यह कि जब एक जिम्मेदार पुलिस वाले का फोन कई दिनों से स्वीच आफ आता रहा तो किसी जिम्मेदार ने इस बाबत पड़ताल की कोशिश क्यों नहीं की। सवाल यह भी कि आखिर पांच दिनों तक उनके घरवालों ने भी क्या फोन नहीं किया।

फर्जी एनकाउंटर केस में जेल भी जा चुके थे पंकज शाही

2001 में पुलिस सेवा में आए पंकज कुमार शाही विभिन्न जिलों में तैनात रहे हैं। 2011 में पंकज शाही अचानक सुर्खियों में आए थे। मामला यह था कि एसओजी में रहते हुए उन्होंने एक व्यक्ति को नेपाल पुलिस के हवाले किया था, बदले में नेपाल पुलिस ने एक बदमाश को उनके हवाले किया जिसका एनकाउंटर किया गया। इस एनकांउटर ने पूरे प्रदेश में पुलिस की किरकिरी की। तत्कालीन एडीजी बृजलाल ने इस मामले में पुलिस इंस्पेक्टर पंकज कुमार शाही व उनकी टीम पर हत्या का केस दर्ज कराया था। इसके बाद पंकज शाही को जेल भेज दिया गया था।


बड़ी खबरें

View All

गोरखपुर

उत्तर प्रदेश

ट्रेंडिंग