
ग्रेटर नोएडा. एनकाउंटर के बावजूद ताबड़तोड़ अपराधों पर प्रदेश के डीजीपी ओपी सिंह खामोश रहे। डीजीपी ग्रेटर नोएडा में नॉलेज पार्क और ईकोटेक थर्ड पुलिस स्टेशन की नई बिल्डिंग का उद्घाटन करने के लिए आए थे। डीजीपी ने नोएडा और ग्रेटर नोएडा को ट्रैफिक के मामले में प्रदेश में मॉडल सिटी बनाने का भरोसा दिया। उन्होंने ई-चालान को कारगर बनाने के लिए नोएडा में ट्रैफिक पुलिसकर्मियों को 153 मोबाइल फोन दिए। इसके अलावा उन्होंने गौतम बुद्ध नगर में ट्रैफिक इंस्पेक्टर की संख्या 2 से बढाकर 7 करने का भरोसा दिया। डीजीपी ने कहा कि दिल्ली से सटे होने के कारण नोएडा को प्रदेश में मॉडल सिटी के रूप में विकसित करने की कोशिश की जा रही है।
दिल्ली से सटे होने की वजह से नोएडा में ट्रैफिक का अधिक दवाब होता है। शहर का यातायात सुगम बनाने के लिए ट्रैफिक पुलिसकर्मियों को 153 मोबाइल सेट वितरित किए गए है। मौके पर ही नियम तोड़ने वाले का ई-चालान किया जा सके। अभी ट्रैफिक नियमों को तोड़ने वालों की जांच के लिए शहर में दो जंक्शन थे अब उनकी संख्या बढाकर 4 की जाएगी। जिले में अभी सिर्फ 2 ट्रैफिक इंस्पेक्टर थे। जल्द ही 7 टै्रफिक इंस्पेक्टर किए जाने है। यमुना एक्सप्रेस-वे पर ओवर स्पीडिंग पर अंकुश लगाने में ई-चालान काफी कारगर होगा। अब ओवर स्पीडिंग करने वालों को चालान टोल पर ही मिल जाएगा।
डीजीपी ने नॉलेज पार्क, इकोटेक थर्ड कोतवाली और फायर स्टेशन नॉलेज पार्क की बिल्डिंग का उद्घाटन कर पौधारोपण किया। डीजीपी ने यातायात कर्मियों को 153 मोबाइल हैंडसेट दिए। नोएडा के गिझौड़ और स्टेडियम चौराहे पर आरएलवीडी कैमरे लगाए जाने की योजना की शुरूआत की।
वहीं डॉयल-100 का रिपॉन्स टाइम में सुधार की भी पुलिस की तरफ से कोशिश की जा रही है।
Published on:
17 Apr 2018 01:19 pm
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