
मायावती ने इस बड़े दल के मुखिया को बांधी राखी, लोकसभा चुनाव में होगा गठबंधन
नोएडा. 2019 में होने वाले लोकसभा चुनाव को लेकर राजनीतिक दल तैयारियों में जुट गए है। महागठबधंन के साथ जातिगत समीकरण बनाने में भी पार्टी लगी हुई है। यूपी की पूर्व सीएम और बसपा सुप्रीमो मायावती भी राजनीतिक समीकरण बनाने में जुटी हुई हैं। माना जा रहा है कि मायावती ने इंडियन नेशनल लोकदल के साथ मिलकर दलित वोट बैंक को साधना शुरू कर दिया है। दरअसल में पहले भी बसपा और इंडियन नेशनल लोकदल गठबधंन में चुनाव लड़ चुके है। इसका फायदा भी दोनों को हुआ है।
दरसअल में दोनों पार्टियों के बीच लोकसभा चुनाव के लिए गठआबंधन हो चुका है। दोनों दलों ने साल 2019 में लोकसभा चुनाव और यूपी व हरियाणा में होने वाले विधानसभा चुनावों को एक साथ मिलकर लड़ने का निर्णय लिया था। इसे पहले दोनों पार्टियां 1998 में लोकसभा चुनाव लड़ चुकी है। इस चुनाव में बीएसपी को एक और इंडियन नेशनल लोकदल को 4 सीटें मिली थी। उसके बाद में दोनों पार्टियां अलग—अलग हो गई। अब करीब 20 साल बाद दोनों एक साथ लड़ने की तैयारी में है।
हरियाणा के गोहाना में इंडियन नेशनल लोकदल पूर्व सीएम स्वर्गीय चौधरी देवीलाल के जन्मदिवस पर एक कार्यक्रम का आयोजन होगा। यह 25 सितंबर को होगा। इस दौरान सम्मान दिवस समारोह का आयोजन किया जा रहा है। इसमें बसपा सुप्रीमो मायावती भी शामिल हो सकती है। आईएनएलडी नेता अभय चौटाला ने बसपा सुप्रीमो मायावती से दिल्ली स्थित आवास पर मुलाकात की। करने पहुंचे आईएनएलडी नेता अभय सिंह चौटाला ने इसकी जानकारी दी। बताया गया है कि मायावती ने चौटाला का सम्मान दिवस का न्योता स्वीकार किया है। मुलाकात के दौरान मायावती ने अभय चौटाला को राखी भी बांधी। हालाकि अप्रैल माह में दोनों पार्टियों के बीच में हुए गठबंधन के बाद पहला मौका होगा, जब दोनों के साथ जनता को संबोधित करेंगे। माना जा रहा है कि यूपी में भी मायावती को गठबंधन से जाट वोटरों को लुभाने में फायदा मिल सकता है। मायावती गौतमबुद्धनगर के बादलपुर गांव की रहने वाली है। माना जा रहा है कि मायावती को यूपी में फायदा होगा। जाट वोटबैंक मायावती को मिल सकता है।
यह भी पढ़ें: मायावती इस सीट से लड़ेंगी लोकसभा चुनाव!
Published on:
23 Aug 2018 01:12 pm
बड़ी खबरें
View Allग्रेटर नोएडा
उत्तर प्रदेश
ट्रेंडिंग
