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योगी सरकार में जेल में ही रिटायर हो गया यह बड़ा अधिकारी

टेंडर घोटाले के आरोप में जेल में बंद है अधिकारी  

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yadav singh

ग्रेटर नोएडा. टेंडर घोटाले के आरोप में जेल में बंद यादव सिंह रिटायर हो गए है। यादव सिंह नोएडा, ग्रेटर नोएडा और यमुना अथॉरिटी में बतौर चीफ इंजीनियर के पद पर रहे है। घोटाले के आरोप लगने के बाद में सस्पेंड कर उन्हें जेल भेज दिया था। फिलहाल यादव सिंह जेल में बंद है। हालांकि 30 अप्रैल को यादव सिंह को रिटायर होना था, लेकिन माह का अंतिम कार्य दिवस होने की वजह से उन्हें पहले ही रिटायर कर दिया गया है। अथॉरिटी सुत्रो की माने तो यादव सिंह को रिटायरमेंट के बाद में मिलने वाली सुविधा नहीं दी जाएगी।

अथॉरिटी सुत्रो की माने तो रिटायरमेंट के बाद में मिलने वाली सुविधाओं से यादव सिंह वंचित रह सकते है। मेडिकल सुविधा से लेकर ग्रेेच्युटी आदि की सुविधा नहीं मिलेगी। सुत्रो की माने तो कोर्ट की तरफ से उन्हें किसी तरह का आदेश मिलता है तो उसका पालन किया जाएगा। यादव सिंह पर 954 करोड़ की परियोजनाओं में अपने करीबियों को टेंडर देने का आरोप लगा था। रसूख के चलते यादव सिंह ने चीफ इंजीनियर तक का पद हासिल कर लिया था।

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ये लगे थे आरोप

यादव सिंह ने वर्ष 1980 में अथॉरिटी में बतौर विद्युत यांत्रिकी विभाग में जूनियर इंजीनियर के पद पर ज्वाइन किया था। यादव सिंह पर नियमों को ताक पर रखकर पदोन्नति देने के आरोप लगे थे। 1995 में प्रोजेक्ट इंजीनियर पर पद पर तैनात हुई और करीब 10 साल तक तैनात रहे। सत्ता में धमक बरकरार के चलते इनके शैक्षिक योग्यता पर सवाल खड़े हुए। लेकिन योग्यता के संबंध में कोई जांच नही हुई। युपी में आई बसपा सरकार में यादव सिंह को नोएडा अथॉरिटी में चीफ इंजीनियर बना दिया गया। बसपा में अपनी खनक दिखाने वाले यादव सिंह सपा सरकार में भी मजबूत दिखाई दिए।

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सपा सरकार में यादव सिंह ने रसूख के चलते नोएडा, ग्रेटर नोएडा और यमुना अथॉरिटी के चीफ इंजीनियर का पद हासिल कर लिया। 2015 में पदोन्नति में आरक्षण लागू होने के बाद में यादव सिंह का पद घट गया। इन्हें वरिष्ठ परियोजना अभियंता बना दिया गया। यादव सिंह को इसी पद से रिटायर किया गया है। 2012 में सपा सरकार में यादव सिंह के खिलाफ 954 करोड़ रुपये की योजना के ठेके देने की जांच सीबीसीआईडी को सौंपी गई थी। 2014 में आयकर विभाग की टीम ने यादव सिंह व उसके करीबियों के ठिकानों पर छापा मारा। 2016 में सीबीआई ने यादव सिंह को गिर्रफ्तार कर जेल भेज था।

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