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ईरान के बड़े धामिर्क नेता की कोरोनो से मौत, कई शीर्ष अधिकारी भी चपेट में

Highlight आयतुल्ला हाशीम बाथेई की वायरस के कारण मौत। ईरान में 129 और लोगों की मौत हो गई। 14 हजार से ज्यादा लोग कोरोना संक्रमण की जद में।

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ईरान के शीर्ष नेता का निधन।

तेहरान। ईरान (Iran) में सर्वोच्च नेता का चुनाव करने वाले शीर्ष धार्मिक संगठन के 78 वर्षीय सदस्य की कोरोना वायरस (Coronavirus) के संक्रमण से मौत हो गई। ईरानी मीडिया की रिपोर्ट के अनुसार 'मजिलसे खबरगाने रहबरी' के सदस्य आयतुल्ला हाशीम बाथेई (Ayatollah Hashem Bathaei) की कोरोना वायरस के कारण सोमवार को मौत हो गई।

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इस संगठन का काम देश के शीर्ष नेता का चुनाव करना है। यहीं नेता देश की सभी अहम नीतियों पर अंतिम मुहर लगाता है। मीडिया रिपोर्ट में सोमवार को बताया गया कि ईरान के कई शीर्ष अधिकारी इस वायरस से संक्रमित हैं,जिनमें से कई के हालत बेहद नाजुक हैं।

गौरतलब है कि ईरान में बीते 24 घंटों में कोरोना वायरस से 129 और लोगों की मौत हो गई है,जिसके बाद मृतकों की संख्या बढ़कर 853 हो गई है। ईरान में 14 हजार से ज्यादा लोग कोरोना संक्रमण की जद में आ चुके हैं। बताया जा रहा रहा है कि चीन के बाद ईरान कोरोना से सबसे अधिक प्रभावित हुआ है।

ईरान ने अमरीका पर लगाए गभीर आरोप

गौरतलब है कि रविवार को ईरान के विदेश मंत्री जावेद जरीफ ने ईरान में कोरोना से हो रही मौतों के लिए अमरीका को जिम्मेदार ठहराया है। उन्होंने अमरीका द्वारा लगाए आर्थिक प्रतिबंधों को इसका जिम्मेदार बताया था। जावेद का कहना था कि राष्ट्रपति हसन रूहानी ने दुनिया भर के अपने समकक्षों को एक खत लिखकर बताया कि ईरान ने कैसे कोरोना से लड़ने का काम किया है। हालांकि अमरीका के लगाए आर्थिक प्रतिबंध इन अभियान की राह में लगातार रोड़ा बन रहे हैं।

ईरान इस महामारी के खिलाफ अभियान का नेतृत्व कर रहे अली रेजा जली ने कहा कि यदि यही प्रवृत्ति जारी रहती है, तो संसाधन पर्याप्त नहीं होंगे। ऐसा माना जाता है कि ईरान में लगभग 110,000 अस्पताल बिस्तर हैं, जिसमें से 30 हजार तो राजधानी तेहरान में हैं। स्वास्थ्य मंत्रालय ने बताया कि मारे गये लोगों में 55 प्रतिशत लोग 60 साल के आसपास हैं। वहीं 15 प्रतिशत 40 वर्ष से अधिक उम्र के थे।