गुना की जनता बोली : कलेक्टर साहब, तलघरों को कराओ बंद, पार्किंग की हो व्यवस्था-बैंकों के सामने खड़े वाहनों के कर रहे हैं चालान, कैसे सुधरे यातायात व्यवस्था
गुना। यदि आप तेलघानी चौराहा या जय स्तम्भ चौराहे पर स्थित बैंकों में काम से जा रहे हैं तो अपना वाहन सड़क किनारे लगाकर जाएं, हो सकता है कि आप बैंक से अपना काम करके बाहर निकलें तो आपको वाहन नजर नहीं आए, हो सकता है कि आपका दो पहिया वाहन शहर में घूमकर सड़क पर खड़ी दो पहिया वाहनों को उठाने वाली या चालान करने वाली टीम ले गई हो। ऐसा प्रतिदिन गुना शहर में हो रहा है, इसकी वजह ये है कि गुना शहर में जहां भी बैंकें जिन भवनों में खुली हैं उनमें पार्किंग के लिए जगह तक नहीं हैं। अधिकतर भवनों मे पार्किंग के लिए बनाए गए तलघरों में दुकानें खुल गई हैं जिससे लोगों को अपने वाहन सड़क पर खड़े करना पड़ रहे हैं। इसको लेकर गुना की अधिकतर जनता में नगर पालिका के प्रति नाराजगी दिनों-दिन बढ़ती जा रही है। गुना की जनता कहने लगी है कि नगर पालिका शहर में बने तलघरों में पार्किंग की व्यवस्था कराए। यहां तक आरोप लगाए कि दो-तीन साल से तलघरों का मामला उठता रहा है, लेकिन नगर पालिका एक भी तलघरों में पार्किंग की व्यवस्था तक नहीं करा पाए हैं। हां इतना जरूर है कि मामला गरमाने पर नोटिस देकर रस्म अदायगी जरूर की जाती रही है।
600 से अधिक तलघर, अधिकतर बगैर स्वीकृति के
सूत्रों ने बताया कि गुना शहर में तेलघानी, सदर बाजार, जय स्तम्भ चौराहा, लक्ष्मीगंज, हाट रोड समेत एबी रोड और बाजार में तलघरों के निर्माण चार मंजिला इमारत तान दी हैं। लेकिन पार्किंग की जगह में दुकान बेची, जिनमें कपड़े के शोरूम, ज्वलैर्स की दुकानें संचालित हैं और यहां आने वाले ग्राहकों के वाहन सड़क पर मजबूरी वश खड़े होते हैं। छह सौ से अधिक बने तलघरों में पचास की भी निर्माणकर्ताओं ने तलघर बनाने की अनुमति तक नहीं ली है।हास्यास्पद स्थिति है कि यातायात पुलिस द्वारा सड़क पर की गई लाइनिंग के अंदर होने पर भी नियम विरुद्ध वाहन खड़ा करना माने जाने लगा है, इसको लेकर विवाद होते चाहें जहां देखे जा सकते हैं। सदर बाजार में तो वाहनों के जमाव से दिन में कई बार जाम लगता हुआ देखा जा सकता है।
चार मंजिला इमारत लेकिन पार्किंग नहीं
बताया गया कि कई तलघर संचालकों ने तो बगैर अनुमति के तलघर तान दिए हैं। हाल ही में जयस्तम्भ चौराहे और तेलघानी पर द्वारिका भवन के पास बने एक बहुमंजिला इमारत में और नानाखेड़ी पर अवैध तलघरों का अवैध निर्माण हो रहा है, जिसकी शिकायत भी हुई, इसके बाद भी कोई कार्रवाई नहीं हुई।
एबी रोड पर हर घंटे लगता है जाम
एबी रोड पर नानाखेड़ी से लेकर चिंताहरण मंदिर के बीच 8 किमी एरिया में सैकड़ों तलघर हैं। कई तो ऐसे हैं, जिनको नपा ने चिन्हित भी नहीं किए। हनुमान चौराहा से बड़े पुल के बीच ही कई इमारतों में तलघर हैं, लेकिन वाहन सड़क पर खड़े किए जाते हैं। बैंकों के आगे सबसे ज्यादा वाहन खड़े किए जाते हैं, इससे जाम लग जाता है। यहां वाहन खड़े करने वालों का कहना था कि बैंकों में काम है तो अपने वाहन कहां खड़े करें। बैंक या भवन मालिक पार्किंग की व्यवस्था करे, हम गरीबों के दो पहिया वाहनों के चालान क्यों बनाए जा रहे हैं।
नोटिस से आगे नहीं बढ़ती कार्रवाई
सड़क सुरक्षा समिति की बैठक में हर बार शहर की ट्रैफिक व्यवस्था को लेकर मुद्दा सामने आता है। नपा कार्रवाई के लिए नोटिस जारी करती है, लेकिन नोटिस से आगे कार्रवाई नहीं बढ़ पाती। पहले ट्रेफिक पुलिस हर महीने दो सौ से तीन सौ चालान बनाती थी। अब ट्रेफिक पुलिस तो कम नगर पालिका के अधीन सिटी ट्रांसपोर्ट के अधीन चलने वाली कर्मियों की टीम सुबह से देर शाम तक हनुमान चौराहे से जय स्तम्भ तक बनीं बैंकों के सामने खड़े होने वाले दो पहिया वाहन चालकों के चालान बना रही है। इन चालान के नाम पर बैंकों में पहुंचने वाले ग्राहकों की ही जेब हल्की कराई जा रही है। बारिश से पहले भी नपा और ट्रैफिक पुलिस ने हाट रोड, सदर बाजार में सख्ती दिखाई, लेकिन न तो रोड से दुकान हटी और ना तलघरों में वाहन खड़े किए जा सके।
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कलेक्टर साहब तलघरों को कराओ मुक्त और बनवाओ पार्किंग
पत्रिका ने जब गुना के बीस से अधिक लोगों से तलघरों में पार्किंग न होने को लेकर चर्चा की गई तो अधिकतर लोगों ने कलेक्टर और गुना नगर पालिका के प्रशासक फ्रेंक नोबल ए से आग्रह किया कि तलघरों में पार्किंग की व्यवस्था होगी तो क्यों वाहन चालक अपने दो पहिया या चार पहिया वाहन सड़क पर पार्क करेगा। गुना की जनता का कहना था कि नगर पालिका और यातायात पुलिस को एक संयुक्त मुहिम चलाकर तलघरों में बनी दुकानों की जगह पार्किग की व्यवस्था कराना चाहिए। पूर्व कलेक्टर कुमार पुरुषोत्तम ने इन अवैध तलघरों पर जो कार्रवाई की थी उसको आगे बढ़ाना चाहिए।उन्होंने कहा कि यातायात व्यवस्था सुधारने के लिए गुना शहर में अतिक्रमण भी बाधक बनता जा रहा है। बड़े पुल के पास तो व्यापार का अवैध कारोबार इतनी तेजी से फैल रहा है, कि वहां होने वाली भीड़ से भी सड़क दिनों-दिन सकरी होती जा रही है। उन्होंने कहा कि बैंकों के सामने खड़े वाहनों का चालान करना बंद नहीं किया तो जनता कभी भी सड़क पर उतर सकती है।