दिव्यांग बोले कि कोई हमारे लिए भी त्याग दें जूते-चप्पल, निकाली स्वाभिमान यात्रा
गुना राघौगढ़. किसी की आंख कमजोर तो कोई हाथों से लाचार, कोई चल नहीं सकता तो हाथों में चप्पल डाल धीरे-धीरे बढ़ता नजर आया। यह नजारा था दिव्यांगों की स्वाभिमान यात्रा का जो मंगलवार को राघौगढ़ से पांच किमी दूर विजयपुर हाईवे पर पहुंची। यहां वे आराम करने रुके तो कलेक्टर फ्रेंक नोबल ए और एसपी पंकज श्रीवास्तव भी पहुंचे। वे भी दिव्यांगों के साथ जमीन पर ही बैठे और उनकी समस्याएं सुनीं।
अपनी मांगों को लेकर दिव्यांगों ने यह यात्रा निकाली है. विजयपुर हाईवे पर कलेक्टर फ्रेंक नोबल ए दिव्यांगों से बोले कि हम आपकी मांग सरकार तक पहुंचा देंगे। आप स्वाभिमान यात्रा यहीं रोक दें। उनकी बात सुनते ही यात्रा का नेतृत्व कर रहे पदाधिकारियों की आंखों में आंसू भर आए। उन्होंने हाथ जोड़े और कहा कि हमारी यात्रा गुना कलेक्ट्रेट तक पहुंच जाने दीजिए। वहीं प्रभारी मंत्री प्रद्युम्न तोमर आएं और हमारी मांगों को पूरा करें। साहब! अभी तो हमारी स्थिति पर छोड़ दीजिए। हम कलेक्ट्रेट पहुंचकर ही आंदोलन खत्म करेंगे।
दिव्यांग बोले कि मंत्री सड़क के लिए जूते त्याग सकते हैं तो हमारी समस्या नहीं दूर कर सकते- दिव्यांगों ने कहा, प्रभारी मंत्री अपनी विधानसभा क्षेत्र में सड़क के लिए जूते चप्पल त्याग सकते हैं। हमारी समस्या के निराकरण न होने तक क्यों नहीं छोड़ सकते. इस पर कलेक्टर ने समस्याओं के समाधान का भरोसा दिया। उन्होंने तुरंत संबंधित अफसरों को दिव्यांगों को साइकिल व अन्य सामान देने के आदेश दिए।
ये है मांगें
- दिव्यांगों के लिए आयुक्त व मुख्य आयुक्त के पद पर दिव्यांग व्यक्ति की नियुक्ति करें
- आवासहीनों को पट्टा और आवास उपलब्ध हो
- आउटसोर्स भर्ती में 20 फीसदी अनिवार्य प्राथमिकता देें
- दिव्यांग भर्ती में बैकलॉग के पद दें। हमारा रिजर्वेशन वर्टिकल हो
- पांच लाख तक का लोन दिया जाए
- सकारात्मक संदेश के लिए जिला स्तर पर सम्मानित करें