Guna News: जिले की सभी 482 कंट्रोल दुकानों से 2.17 लाख परिवारों को निशुल्क गेहूं और चावल का वितरण नई व्यवस्था के तहत होगा। इसे लेकर जिला आपूर्ति विभाग ने निर्देश जारी कर दिए हैं।
Guna News: राशन दुकानों से तीन महीने के निशुल्क अनाज का वितरण एक साथ किया जाएगा। यह व्यवस्था अगले माह यानी जून से शुरु हो जाएगी। मौसम की संभावित चुनौतियों को देखते हुए सरकार ने यह फैसला लिया है। हालांकि इससे कई तरह की समस्याएं और परेशानियां भी खड़ी होंगी। इससे उपभोक्ता और कंट्रोल संचालक खुद निपटेंगे। जिले की सभी 482 कंट्रोल दुकानों से 2.17 लाख परिवारों को निशुल्क गेहूं और चावल का वितरण नई व्यवस्था के तहत होगा। इसे लेकर जिला आपूर्ति विभाग ने निर्देश जारी कर दिए हैं। वहीं कलेक्टर किशोर कुमार कन्याल ने भी उपभोक्ताओं को इस सुविधा का लाभ उठाने के लिए कहा है। बारिश से पूर्व ही गरीब, वंचित वर्ग और पात्र हितग्राही का राशन का वितरण शुरू हो जाएगा। तीन बार बायोमेट्रिक सत्यापन होगा: जिला आपूर्ति विभाग ने निर्देश जारी किए हैं कि मानसून में राशन सामग्री के परिवहन, भंडारण और वितरण में आने वाली समस्याओं के निराकरण एवं पात्र परिवारों को समय-सीमा में राशन सामग्री उपलब्ध कराने के लिए जून, जुलाई और अगस्त का राशन एकमुश्त दिया जाएगा। निर्देशों के तहत तीन बार बायोमेट्रिक सत्यापन होगा। फिर अन्त्योदय परिवार को 105 किलो ग्राम राशन, तीन किलो शकर व नमक दिया जाएगा। इसी तरह अन्य परिवार में प्रति सदस्य 15 किलो अनाज और तीन किलो नमक मिलेगा। इसके अलावा प्रत्येक परिवार की ईकेवायसी कराई जाएगी और मोबाइल पर एसएमएस के माध्यम से राशन वितरण का मिलान उपभोक्ता करेंगे।
कंट्रोल संचालकों का कहना है कि जिले में 482 कंट्रोल दुकानों से राशन का वितरण किया जाता है। हर माह प्रति सदस्य को पांच किलो राशन मिलता है। इस तरह 9.41 लाख उपभोक्ताओं को 47,050 क्विंटल अनाज मिलेगा। अगर तीन माह का एक साथ अनाज दिया जाता है तो 1,41,150 क्विंटल हो जाएगा। एक साथ दुकान में इतना माल रखने की जगह नहीं है। दुकानों की क्षमता 400 से लेकर 800 वर्गफीट है। इतने क्षेत्रफल में 120 क्विंटल से लेकर 240 क्विंटल तक ही अनाज रखा जा सकता है। एक साथ तीन गुना माल दुकानों में एकत्रित करना आसान नहीं है। इनकी क्षमता कम है। वहीं माल की तुलाई से लेकर इसे भरने के लिए भी हम्मालों की अतिरिक्त जरूरत पड़ेगी। प्रतिदिन एक दुकान से 150 परिवार माल ले जाते हैं, अगर यह एक साथ आ गए तो तीन माह का माल सभी को नहीं मिल पाएगा। क्योंकि इसकी दुकान की क्षमता के साथ से उपलब्धता नहीं होगी।
एक माह का राशन एक उपभोक्ता को अधिकतम 35 किलो मिलता है। परिवार के पुरुष सदस्य इसे खुद ही उठाकर ले जाते हैं। इससे कम अनाज को महिलाएं ही ढोकर ले जाती हैं। लेकिन एक साथ 105 किलो अनाज ले जाने के लिए हाथ ठेला या फिर लोङ्क्षडग वाहन की जरूरत होगी। इससे उपभोक्ताओं पर अतिरिक्त आर्थिक बोझ उठाना पड़ेगा।
एक साथ तीन माह का राशन कंट्रोल दुकान से प्रत्येक परिवार को देने के निर्देश शासन के प्राप्त हुए हैं, इसका पालन कराने को लेकर कंट्रोल संचालक को पत्र जारी कर दिए हैं। कंट्रोल संचालक को ही इसके वितरण की व्यवस्था बनानी है। -अवधेश पांडे, जिला आपूर्ति अधिकारी गुना