
आजकल परिवार में छोटे-छोटे विवादों को लेकर शिकायत करने का सिलसिला बढ़ता जा रहा
गुना. आजकल परिवार में छोटे-छोटे विवादों को लेकर शिकायत करने का सिलसिला बढ़ता जा रहा है। इस तरह की शिकायतों की जांच के बाद भी पीड़ित संतुष्ट नहीं होता है। इसलिए हमने जिला स्तर पर ऑपरेशन विश्वास अभियान शुरू किया है। इस अभियान के तहत पीड़ित व्यक्ति की शिकायत थाने पर ली जाएगी। शिकायत की जांच पहले बीट के एएसआई या एसआई, संतुष्ट न होने पर टीआई, बाद में एसडीओपी से जांच कराकर पूछा जाएगा वह जांच से संतुष्ट है, पीड़ित व्यक्ति के संतुष्ट न होने पर अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक से शिकायत की जांच कराई जाएगी। यह बात पुलिस अधीक्षक राकेश कुमार सगर ने कही।
चार माह पूर्व आए एसपी राकेश कुमार सगर से पत्रिका ने अपराध, उनकी रोकथाम सहित अन्य विषयों पर बात की। इस बातचीत के मुख्य अंश...
सवाल: आपके आने के बाद किस तरह के अपराधों में बढ़ोत्तरी हुई है?
जवाब: जिले में जनवरी माह से अभी तक के आंकड़ों पर नजर डाली जाए तो महिला संबंधी अपराध बढ़े हैं। इसकी वजह ये है कि हमने ऐसे अपराधों पर एफआईआर करने के निर्देश दिए हैं। सन 2021 में 624, सन 2022 में 670 और सन 2023 में 15 जुलाई तक 679 महिला संबंधी अपराध दर्ज हुए हैं। इसमें छेड़खानी, अश्लील हरकत करना, हत्या का प्रयास, गंभीर चोट, आत्महत्या करने के लिए प्रेरित करने के मामले शामिल हैं। इसके अलावा दहेज प्रताड़ना के मामले इसमें सबसे आगे हैं।
सवाल: महिला संबंधी अपराधों पर रोकथाम के लिए जिला पुलिस की क्या कार्ययोजना है?
जवाब: ऐसे अपराधों की रोकथाम के लिए अरुणिमा ऑपरेशन पूरे जिले में चलाया जा रहा है, इसके तहत साइबर क्राइम को रोकने के उद्देश्य से नाबलिगों को जागरूक करने स्कूल, कॉलेजों में हमारे विभाग के अफसर जाकर अलग-अलग तरीके से समझा रहे हैं। कॉलेज और कन्या स्कूलों के आसपास आवारा तत्वों की धरपकड़ के लिए अरुणिमा अभियान के तहत महिला पुलिस कर्मी सिविल ड्रेस में भी तैनात रहेंगी, स्कूटी से अलग घूमकर आवारा तत्वों को पकड़ेंगी।
सवाल: क्या यह माना जाए कि जिला स्तर पर बने परिवार परामर्श केन्द्रों में क्या महिलाओं की शिकायतों का निराकरण सही तरीके से नहीं हो रहा है?
जवाब: ऐसा नहीं हैं मैंने अपने सेवाकाल में 25 से तीस हजार पारिवारिक मामलों का निराकरण किया है। गुना में भी इसके प्रति परिवार परामर्श केन्द्र काम कर रहा है। परिवार परामर्श केन्द्र को और सक्रिय बनाकर पारिवारिक विवादों को जल्द से जल्द निपटें इसके प्रयास किए जाएंगे।
सवाल: जिला मुख्यालय पर जनता की शिकायतों के मामले पूर्व की अपेक्षा क्या बढ़े हैं?
जवाब: प्रतिदिन कम से कम दो सौ से ढाई सौ शिकायत आ रही हैं। इसका सीधा मतलब है कि पीड़ितों की थाना स्तर पर सुनवाई नहीं हो रही है। इसको देखते हुए कार्ययोजना बनाई गई है। शिकायत करने वालों को चौकीदार, कोटवार के जरिए नोटिस देकर संबंधित जगह पर बुलाया जाएगा और शिकायत सुनी जाएगी। इसमें जो भी लापरवाही करेगा उसको छोड़ा नहीं जाएगा। इसके पीछे उद्देश्य ये है कि लोगों को अपने घर के पास ही न्याय मिले सके।
सवाल: आपके विभाग के कर्मचारियों का स्वास्थ्य बिगड़ रहा है, इसके लिए आपकी क्या कार्ययोजना है?
जवाब: हमारे विभाग के अधिकारी और कर्मचारियों व उनके परिवारों की समस्याओं का निराकरण करने और बीमारी होने पर उसका इलाज कराने की जिम्मेदारी परिवार के मुखिया के नाते हमारी है। हमने निर्णय लिया है कि पुलिस विभाग के जिले में पदस्थ सभी अधिकारी और कर्मचारी जिनकी उम्र 45 वर्ष से अधिक हो गई है उनका चेकअप कराएंगे, जो पुलिसकर्मी खुद चेकअप नहीं कराएगा उसपर कार्रवाई करेंगे। पुलिस आवासों में सफाई व्यवस्था की जो बात है उसका निराकरण करेंगे । पुलिस की कमी तो है लेकिन फिर भी व्यवस्था अच्छी बनाए हुए हैं। इसमें सबका सहयोग मिल रहा है।
सवाल: अक्सर शिकायतें आ रही हैं कि जिले में सट्टा, जुआ चल रहा है, नशे का कारोबार चल रहा है या रिपोर्ट लिखाने के नाम पर पैसा लिया जा रहा है। इसकी रोकथाम के क्या इंतजाम हैं?
जवाब: जिसके थाना क्षेत्र में सट्टा, जुआ चलता हुआ मिला तो उस थाने के प्रभारी के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी। यदि कोई भी एफआईआर कराने या बचाने के नाम पर पैसे मांग रहा है तो उसके खिलाफ मुझे मेरे मोबाइल नम्बर 9425307550 पर सूचना दें, जांच कराएंगे और कार्रवाई भी करेंगे। नशे के कारोबार करने वालों पर लगातार कार्रवाई की जा रही है।
Published on:
30 Jul 2023 10:02 pm
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