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लातों के भूत, बातों से नहीं मानते…

कुछ लोग लातों के भूत होते हैं, चाहे कितना ही ( who doesn't understand soft language ) समझा लो, उनकों सिर्फ डंडों ( Police lathicharge ) की भाषा ही समझ में आती है। कोरोना वायरस ( Corona virus ) के इस माहौल पुलिस ने ऐसे लोगों की काफी समझाइश की। आखिरकार पुलिस ने डंडे का इस्तेमाल किया तब ऐसे लोगों के समझ में कुछ आया।

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लातों के भूत, बातों से नहीं मानते...

लातों के भूत, बातों से नहीं मानते...

गुरुग्राम (गणेश चौहान): कुछ लोग लातों के भूत होते हैं, चाहे कितना ही ( who doesn't understand soft language ) समझा लो, उनकों सिर्फ डंडों ( Police lathicharge ) की भाषा ही समझ में आती है। कोरोना वायरस ( Corona virus ) के इस माहौल में सरकारी आदेशों की अवहेलना करके ऐसे लोग अपने साथ दूसरों के स्वास्थ्य से खिलवाड़ कर रहे हैं। पुलिस ने ऐसे लोगों की काफी समझाइश की किन्तु परिणाम वही ढाक के तीन पात रहे। आखिरकार पुलिस ने डंडे का इस्तेमाल किया तब ऐसे लोगों के समझ में कुछ आया। फिरोजपुर झिरका मेवात इलाके में लॉक डान होने के बावजूद सड़कों पर मंडराते लोग अपनी आदतों से बाज नहीं आए। पुलिस ने कई दिनों से ऐसे लोगों को समझाबुझा कर मना रही थी। पुलिस की नम्रता की भाषा से सड़कों पर यंू ही घूमने वालों को बात समझ नहीं आई। अतंत: बात लाठीचार्ज से ही बनी। तब कहीं जाकर फालतू घूमने वालों को कुछ समझ में आया।

लॉक डाउन में घूम रहे थे
गौरतलब है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा कोरोना वायरस से देश के लोगों को बचाने के लिए 23 मार्च को जनता कफ्र्यू लगाने तथा 25 मार्च से सारे देश को लॉक डाउन करने के बाद भी कुछ लोग अपनी आदतों से बाज नहीं आ रहे थे। पुलिस अधिकारी पिछले तीन दिन से इनको समझा रहे थे कि वे घरों से बेवजह बाजार में न आएं, समूह बनाकर खड़े न हों,एक दूसरे से उचित दूरी बनाकर रखें। लेकिन पुलिस अधिकारियों द्वारा हाथ जोडकऱ समझाने से किसी की समझ में कोई बात शायद नहीं आ रही थी।

लाठीचार्ज के बाद भागे
बुधवार को पुलिस के एक्शन मोड़ में आने पर पुलिस अधिकारियों एवं कर्मियों ने बेजवह से बाजार में, चौक चौराहों, गुरुग्राम- अलवर नेशनल हाईवे पर खड़े लोगों पर लाठी चार्ज किया तो लोगों में भगदड़ मच गई। वो ही व्यक्ति दिखाई दिए जो डाक्टर को दिखाने या दवाई खरीदने के लिए आए थे।

पैदल पहुंचे ट्रक ड्राइवर
क्षेत्र के लगभग 22 ट्रक ड्राईवर राजस्थान के तिजारा थाना अंर्तगत गांव नीमली में 24 मार्च की रात्रि को आ गए थे। वे अपने वाहन से झिर नाका से हरियाणा में आना चाह रहे थे। लेकिन पुलिस अधिकारियों के कड़े रुख ही वजह से उनके वाहन हरियाणा में प्रवेश नहीं कर सका और उनको कई किलोमीटर पैदल चलकर अपने घर पहुंचना पड़ा। राजस्थान की सीमा से लगते सभी पुलिस नाकों पर थाना प्रभारी चंद्रभान ने हाथ धोने के लिए साबुन तथा सैनेटाइजर की व्यवस्था करवाई। ताकि राजस्थान से आने वाले व्यक्तियों को साबुन से हाथ धुलवाने के बाद ही हरियाणा में प्रवेश कर सकें।