
इस अदृश्य दुश्मन ने बाज जैसे ताकतवर व फुर्तीले जवानों को भी नहीं बख्शा
गुवाहाटी(असम)राजीव कुमार: ( Tripura News ) बाज जैसी तीक्ष्ण निगाहों और चुस्ती-फुर्ती से भारत-बांग्लादेश सीमा की सुरक्षा करने वाली सीमा सुरक्षा बल ( Border Security Force) भी एक ऐसे अदृश्य दुश्मन की चपेट में आ गया, जिससे जूझने में सारे हथियार विफल साबित हुए हैं। इस अदृश्य ताकतवर दुश्मन ने सीमा सुरक्षा बल को भी नहीं बख्शा। यह अदृश्य शत्रु ओर कोई नहीं बल्कि कोरोना वायरस है। त्रिपुरा की भारत-बांग्लादेश सीमा ( India-Bangladesh Border ) से भारत के लिए चिंताएं बढ़ गई है। वजह है सौ से अधिक सीमा सुरक्षा बल के जवान कोरोना पॉजिटिव ( Corona positive ) पाए गए हैं। पिछले एक हफ्ते में बीएसएफ की तीन कंपनियों के 104 जवान प्रभावित हुए हैं जबकि त्रिपुरा में कुल प्रभावितों की संख्या 118 है।
पूर्वोत्तर राज्यों में सबसे अधिक संक्रमण
किसी भी पूर्वोत्तर राज्य में यह सबसे अधिक संक्रमण की घटना है। नौ अन्य मामले भी बीएसएफ से जुड़े हैं, जिनमें एक ट्रक ड्राइवर भी शामिल है। त्रिपुरा की राजधानी अगरतला से 90 किमी दूर धलाई जिले में स्थित बीएसएफ की 86 और 138 वीं बटालियन से नए मामले सामने आए हैं। धलाईघाट स्थित तीसरी बटालियन से भी पॉजिटिव मामले आए हैं। इन सबके बीच अगरतला में दस बांग्लादेशी, जो अपने वतन वापस लौटने जा रहे थे, गिरफ्तार किए गए हैं। इससे चिंताएं और बढ़ गई है।
दूसरी रक्षा पंक्ति कर रही है निगरानी
बीएसएफ जवानों के प्रभावित होने के बाद भारत-बांग्लादेश सीमा से अवैध घुसपैठ न हो इसके लिए रक्षा की दूसरी पंक्ति में त्रिपुरा स्टेट राइफल्स और त्रिपुरा पुलिस के जवानों को काम पर लगाया गया है। राज्य सरकार ने बीएसएफ से अनुरोध किया है कि वह जांच कर पता लगाए कि उनमें कैसे वायरस का फैलाव हुआ। बीएसएफ त्रिपुरा से सटी भारत-बांग्लादेश की 856 किमी सीमा पर निगरानी करता है।
दस बांग्लादेशी हुए गिरफ्तार
राज्य में बीएसएफ की 18 बटालियनें काम पर है। इन सबके बीच भारत-बांग्लादेश सीमा से सटे जोयपुर के राजानगर से दस बांग्लादेशी गिरफ्तार किए गए। सात महीने पहले एजेंट के जरिए वे भारत में घुसे थे। सात महीने तक वे दिन-मजूरी करते रहे। लेकिन कोरोना के चलते अब काम का संकट पैदा हुआ तो ये लोग लौट रहे थे। बीएसएफ दावा करता रहा है कि भारत-बांग्लादेश से घुसपैठ और तस्करी कम हो गई है लेकिन दस बांग्लादेशियों की गिरफ्तारी बहुत कुछ कह रही है। अब जब बीएसएफ के जवान भारी संख्या में प्रभावित हुए हैं और सीमा पर इससे निगरानी में असर पड़ सकता है।
Published on:
09 May 2020 06:07 pm
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