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मां ने मोबाइल खरीदने के लिए पैसे नहीं दिए तो 15 साल के बेटे ने फंासी लगाई

गांव से डेढ़ किलोमीटर दूर हार में आम के पेड पर फांसी पर लटका मिला

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मां ने मोबाइल खरीदने के लिए पैसे नहीं दिए तो 15 साल के बेटे ने फंासी लगाई

मां ने मोबाइल खरीदने के लिए पैसे नहीं दिए तो 15 साल के बेटे ने फंासी लगाई

ग्वालियर। नया मोबाइल खरीदने के लिए बेटे ने मां से रुपयों की मांग की। मां ने कहा अभी पैसे नहीं है मटर बेचकर उसे पैसे दे देगी। उसे समझाकर मां खेत पर चली गई। लेकिन मां की समझाइश बेटे को रास नहीं आई। नाराज होकर गांव से करीब डेढ़ किलोमीटर दूर हार में आम के पेड पर फांसी पर झूल गया। शाम को खेत से फसल काटकर गांव के कुछ लोग उस रास्ते से निकले तब घटना पता चली। कुछ देर बाद पुलिस आ गई। शव को पेड से उतारकर पीएम के लिए भेजा। फिलहाल हस्तिनापुर थाना पुलिस ने मर्ग कायम किया है। पुलिस के मुताबिक सिरसोद(हस्तिनापुर)निवासी विश्वनाथ कुशवाह के छोटे बेटे सूर$ज(१५)ने खुदकुशी कर ली। विश्वनाथ बटाई पर खेती करके परिवार का पालन पोषण करता है। उसने गांव के ही एक व्यक्ति का खेत बटाई पर ले रखा है। जिसमें मटर लगा रखी है। रामप्रकाश ने बताया नाती सूरज का मोबाइल काम करते वक्त टूट गया था। नया मोबाइल खरीदने के लिए मां से पैसे मांगे। मां बोलीमटर बेचकर पैसे मिलेगे तब उसे मोबाइल खरीदने के लिए रुपए दे देगी। सूरज को समझाकर मां खेत पर फसल काटने चली गई। सूरज से बोलकर गई कि वह भी खेत पर आ जाए। लेकिन दोपहर तक सूरज खेत पर नहीं पहुंचा। मां ने बडे बेटे विजेन्द्र को घर भेजकर सूरज को देखकर आने के लिए कहा। विजेन्द्र घर पहुंचा लेकिन सूरज नहीं था। वह लौटकर घर आ गया। शाम को काम खत्म कर सभी लोग घर चले गए। कुछ देर बाद गांव के कुछ लोग फसल काटकर घर जा रहे थे। तब उन्हें सूरज पेड पर फांसी के फं दे पर लटका मिला।
पिता का हाथ बटाता था बेटा

रामप्रकाश ने बताया सूरज ने सातवी कक्षा के बाद पढ़ाई छोड़ दी थी। पिता विश्वनाथ के साथ ही खेती के काम में उनका हाथ बटाता था। रोजाना माता-पिता के साथ खेत पर जाता और काम में जुट जाता था। मां ने जब बेटे की मौत के बारे में सूना तो रो-रोकर बेहोश हो गई।