
बचें ऐसे मैसेज से....मैं बीमार हूं, पैसे भेज दो
ग्वालियर. साइबर ठग नए-नए तरीके से लोगों को ठग रहे हैं। अब फेसबुक आइडी हैक कर मैसेंजर के जरिए यूजर के दोस्तों और रिश्तेदारों को ठगने का मामला सामने आया है। शहर में छात्र, व्यापारी, चैंबर अध्यक्ष को ठग टारगेट कर चुके हैं। वह इतनी सफाई से ठगी कर रहे हैं कि यूजर को पता ही नहीं चलता कि उसकी फेसबुक हैक कर ली गई है। जब तक पता चलता है ठग अपना काम कर चुके होते हैं। क्राइम ब्रांच की साइबर सेल और राज्य साइबर सेल में इस तरह के कई मामले सामने आ रहे हैं। पुलिस ठगों का पता करने में जुटी है। एक महीने से यह ठग ज्यादा सक्रिय हैं। ठगी का पता चलने पर कुछ ने पासवर्ड बदल दिया, तो कुछ ने फेसबुक चलाना बंद कर दिया।
फर्जी अकांउट नंबर और आइएफसी कोड
ठग पहले फेसबुक हैक कर मदद मांगते हैं, जब यूजर का दोस्त या रिश्तेदार तैयार हो जाता है तो उसे कहते हैं कि रकम की जल्दी है इसलिए अकाउंट नंबर और आइएफसी कोड भेजते हैं, लेकिन यह सब फर्जी नाम से रहता। पुलिस जब उस एकाउंट नंबर के ठिकाने पर पहुंचती तो वहां कोई नहीं मिलता।
एक्सीडेंट बताकर छात्र के दोस्तों से 20 हजार ठगे
शिंदे की छावनी निवासी हितेन्द्रेश्वर शर्मा की फेसबुक को ठग ने 10 फरवरी को हैक कर लिया, फिर मैसेंजर पर उसके दोस्तों और रिश्तेदारों को उसके नाम से मैसेज भेजा कि उसके भाई का एक्सीडेंट हो गया है। उसने अस्पताल में भर्ती एक युवक का फोटो भी भेजा और मदद करने के नाम पर रकम मांगी। कुछ दोस्तों ने उसके बताए अकाउंट में पैसे भी डाल दिए। करीब 20 हजार रुपए उनसे ठग लिए। उसके चाचा को भी मैसेज किया। इस पर चाचा ने फोन कर हितेन्द्रेश्वर से पूछा तब पता चला।
व्यापारी के नाम से मैसेज भेजा 10 हजार रुपए चाहिए : व्यापारी मुकेश जाजू का 2 फरवरी को फेसबुक हैक कर लिया गया। फिर मैसेंजर से उनके दोस्तों को मैसेज भेजा कि मैं बहुत परेशानी में हूं, 10 हजार रुपए की जरूरत है, अगले दिन लौटा दूंगा। उसने राजेश के नाम से अकाउंट नंबर भी भेजा। जाजू के एक नजदीकी दोस्त को मैसज किया तो उसने फोन करके पूछा। इस पर मुकेश ने फेसबुक ओपन करना चाहा तो हुआ नहीं। फिर पासवर्ड बदलकर फेसबुक ओपन किया तो पता चला कि कई और लोगों को इस तरह के मैसेज भेजे हैं।
चैंबर के अध्यक्ष का भी फेसबुक हैक किया
कारोबारी और चैंबर ऑफ कॉमर्स के अध्यक्ष विजय गोयल का भी ठग ने फेसबुक हैक कर लिया था। उनके मैसेंजर से कई लोगों को मैसेज कर रकम मांगी थी। लेकिन लोगों को विश्वास नहीं हुआ। कुछ ने उन्हें फोन कर पूछा तो पता चल गया। इसके बाद उन्होंने सभी को मैसेज किए कि किसी ने उनका फेसबुक हैक कर लिया है, इसलिए कोई पैसे न डाले।
इस तरह बचें ठगों से
-किसी अंजान व्यक्ति की फेसबुक पर आई रिक्वेस्ट स्वीकार न करें। हो सकता है वह ठग हो और आपसे जुडकऱ ठगी को अंजाम दे।
-यदि किसी को जोड़ रहे हैं तो उससे फोन कर पूछ लें। उसके बारे में पूरी तरह पुष्टि कर लें, तब ही फेसबुक फ्रेंड बनाएं।
-एक ही पासवर्ड ज्यादा दिन तक न रखें। करीब 15 दिन में पासवर्ड बदलते रहें।
-अपनी जन्म तिथि या मोबाइल नंबर अपने फेसबुक में न डालें।
-पासवर्ड कठिन बनाएं, जन्मतिथि या मोबाइल नंबर को पासवर्ड न बनाएं।
लोगों की सतर्कता जरूरी
-फेसबुक हैक कर मैसेंजर से यूजर के दोस्तों या रिश्तेदारों से पैसे ठगने के मामले सामने आए हैं। इस पर हमारी टीम काम कर रही है, लेकिन लोगों को भी सतर्क रहने की जरूरत है। वह किसी भी अंजान व्यक्ति को अपना फेसबुक फ्रेंड न बनाएं।
मुकेश नारोलिया, निरीक्षक, राज्य साइबर सेल
Published on:
05 Mar 2020 08:44 pm
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