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आम आदमी की संपत्ति अब सुरक्षित नहीं रही। क्योंकि पंजीयन विभाग में आंख बंद करके रजिस्ट्री कर रहे हैं। न दस्तावेज देख रहे हैं और न संपत्ति का मूल मालिक। इससे धड़ाधड़ फर्जी रजिस्ट्री हो रही हैं। विश्वविद्यालय थाने में फर्जी रजिस्ट्री की एफआइआर दर्ज होने के बाद विभाग ने जांच की तो डबरा क्षेत्र की अलग-अलग संपत्तियों की 27 फर्जी रजिस्ट्रियां सामन आई हैं। इन रजिस्ट्री को करने के लिए संपत्ति का मूल मालिक कार्यालय नहीं आया। फर्जी दस्तावेज के साथ दूसरा व्यक्ति कार्यालय में उप पंजीयक के सामने उपस्थित हुआ और रजिस्ट्री करके चला गया। उप पंजीयक ने रजिस्ट्री भी कर दी। विभाग ने फर्जी रजिस्ट्री की जांच की तो ग्वालियर मुख्यालय के वरिष्ठ उप पंजीयक कैलाश नारायण वर्मा व महेंद्र कौरव ने रजिस्ट्री की है। इनसे भी रिपोर्ट मांगी गई है।
गाजियाबाद की कंपनी कृष्णा लैंडकॉम ने 2022 से 2023 के बीच 6 गांव में 1600 बीघा जमीन खरीदी है। इसमें 700 बीघा पर कंपनी ने कब्जा ले लिया, लेकिन किरोल, किटोरा, काशीपुर, हथनौरा, बहादुरपुर व देवगढ़ के पास कब्जा लेने पहुंचे तो दूसरे लोग खेती कर रहे थे। खेत के मूल मालिक मौके पर थे। इस पर कंपनी को शक हुआ कि उनके साथ ठगी हुई है, इसकी शिकायत थाने में की। इसके बाद कंपनी ने कोर्ट में केस लगाया। उसके बाद पुलिस ने एफआईआर दर्ज की। इस कंपनी ने 100 से अधिक रजिस्ट्री कराई थीं, जिसमें 27 फर्जी निकली हैं। सभी रजिस्ट्रियों की विभाग जांच कर रहा है।
उप पंजीयक-1: उप पंजीयक कैलाश नारायण वर्मा पर विश्वविद्यालय थाने में एकसाथ तीन एफआइआर दर्ज हो चुकी हैं। इन पर धारा 420, 120 बी के तहत केस दर्ज किया गया है। इनके ऊपर कूटरचित दस्तावेजों के आधार पर रजिस्ट्री करने का आरोप है। एक विभागीय जांच साबित हो चुकी है, दूसरी स्टांप ड्यूटी चोरी की जांच चल रही है।
उप पंजीयक-2: उप पंजीयक मानवेंद्र भदौरिया ने 1991 में मृत व्यक्ति की संपत्ति की रजिस्ट्री कर दी। रजिस्ट्री के बाद जमीन का नामांतरण भी हो गया। जब मामला हाईकोर्ट पहुंचा तो कोर्ट भी हैरान रह गया। कोर्ट ने पुलिस थाना मुरार व बिजौली को आदेश दिया कि एफआइआर दर्ज कर रजिस्ट्री व नामांतरण करने वाले अधिकारियों की जांच की जाए।
उप पंजीयक-3: प्रभारी उप पंजीयक (क्लर्क) निधि जादौन ने योगेंद्र सिंह गुर्जर के प्लॉट की फर्जी रजिस्ट्री कर दी। योगेंद्र गुर्जर का प्लॉट ग्राम जिरेना में था। रामस्वरूप गुर्जर ने फर्जी दस्तावेजों के आधार पर योगेंद्र का प्लॉट बेच दिया। योगेंद्र ने उप पंजीयक व रामस्वरूप गुर्जर पर धोखाधड़ी का केस दर्ज करने के लिए विश्वविद्यालय थाने में आवेदन दिया है।
- डबरा में हुई फर्जी रजिस्ट्री की रिपोर्ट संपदा-1 से मांगी है। 27 दस्तावेज चिह्नित हुए हैं। रजिस्ट्री में फोटो व दस्तावेज कौन से लगाए हैं, उप पंजीयकों से भी जवाब मांगा गया है। इसकी जानकारी आने के बाद रिपोर्ट तैयार की जाएगी। वरिष्ठ अधिकारियों को रिपोर्ट सौंपी जाएगी।
अशोक शर्मा, जिला पंजीयक
Published on:
29 Aug 2025 11:14 am
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