कोरोना का कहर : 6 अप्रैल को होनी थी इस अधिकारी की शादी, लोगों की जान बचाने उठाया बड़ा कदम घरों में रहे लोग
शहर के सब्जी मंडी से लेकर दूध और राशन की दुकानों पर भारी संख्या में भीड़ आ रही है लेकिन कई लोग मास्क और सोशल डिस्टेंस का पालन नहीं कर रहा है। जिससे पुलिस और स्वास्थ विभाग चिंतित नजर आ रहा है क्योकि कोरोना वायरस से बचाव का एक ही मुख्य कारण है और वह है कि जितना हो सके आप अपने घरों में रहें।
शहर के सब्जी मंडी से लेकर दूध और राशन की दुकानों पर भारी संख्या में भीड़ आ रही है लेकिन कई लोग मास्क और सोशल डिस्टेंस का पालन नहीं कर रहा है। जिससे पुलिस और स्वास्थ विभाग चिंतित नजर आ रहा है क्योकि कोरोना वायरस से बचाव का एक ही मुख्य कारण है और वह है कि जितना हो सके आप अपने घरों में रहें।
पलायन कर गांव जा रहे लोग रोते हुए बोले -प्लीज साहब हमें घर जाने दो, बच्चे भूखे प्यासे हैं सभी को मिलेगा सामान
शहर की लक्ष्मीगंज मंडी,हजीरा मंडी व बिरला नगर में लोग सब्जी की खरीदारी करने के लिए भारी संख्या में आए। इस दौरान सैकड़ों लोग एक साथ सब्जी खरीदते देखे गए। पत्रिका ने जब लोगों से बातचीत की तो उन्होंने बताया कि साहब सब्जी न होने से काफी परेशानी हो रही। हम एक सप्ताह की सब्जी आज ही ले जा रहे हैं। इस दौरान पत्रिका टीम ने भी उनसे घरों में कैद रहने की अपील की। साथ ही लोगों से कहा कि आप परेशान न हो सभी को सभी सहित अन्य जरूरत का सामान मिलेगा।
शहर की लक्ष्मीगंज मंडी,हजीरा मंडी व बिरला नगर में लोग सब्जी की खरीदारी करने के लिए भारी संख्या में आए। इस दौरान सैकड़ों लोग एक साथ सब्जी खरीदते देखे गए। पत्रिका ने जब लोगों से बातचीत की तो उन्होंने बताया कि साहब सब्जी न होने से काफी परेशानी हो रही। हम एक सप्ताह की सब्जी आज ही ले जा रहे हैं। इस दौरान पत्रिका टीम ने भी उनसे घरों में कैद रहने की अपील की। साथ ही लोगों से कहा कि आप परेशान न हो सभी को सभी सहित अन्य जरूरत का सामान मिलेगा।
एक हजार लोग आए एक साथ
दतिया प्रशासन द्वारा जिले की सीमा बंदी करने से सोमवार को दिल्ली उत्तर प्रदेश क्षेत्र से लौट रहे मजदूरों के पलायन को रोक दिया है। करीब 1000 मजदूर है जिन्हें झांसी टीकमगढ़ जाना है लेकिन दतिया प्रशासन ने जिले को सील करने कर दिया है ऐसे में वह मजदूर सिंध नदी पुल पर सुबह से बैठे हैं हालांकि एसडीएम ने और थाना प्रभारी यशवंत गोयल ने पहुंचकर जानकारी ली बाद में निर्णय लिया है कि उन्हें यही कैंप लगाकर उनकी वस्ता की जाएगी। गोराघाट पुलिस ने उन्हें वहीं रोक दिया हालांकि कुछ लोग सुबह आसपास के गांव के होने के कारण उन्हें निकाल दिया गया। ग्वालियर और दतिया जिलों की सीमा को बांटता एनएच 75 के सिंध पुल पर भारी लगभग हजारों संख्या में दिल्ली नोएडा हरियाणा पंजाब से निकली लेबर अब ग्वालियर होते दतिया के सीमा विवाद में फंस गई है।
दतिया प्रशासन द्वारा जिले की सीमा बंदी करने से सोमवार को दिल्ली उत्तर प्रदेश क्षेत्र से लौट रहे मजदूरों के पलायन को रोक दिया है। करीब 1000 मजदूर है जिन्हें झांसी टीकमगढ़ जाना है लेकिन दतिया प्रशासन ने जिले को सील करने कर दिया है ऐसे में वह मजदूर सिंध नदी पुल पर सुबह से बैठे हैं हालांकि एसडीएम ने और थाना प्रभारी यशवंत गोयल ने पहुंचकर जानकारी ली बाद में निर्णय लिया है कि उन्हें यही कैंप लगाकर उनकी वस्ता की जाएगी। गोराघाट पुलिस ने उन्हें वहीं रोक दिया हालांकि कुछ लोग सुबह आसपास के गांव के होने के कारण उन्हें निकाल दिया गया। ग्वालियर और दतिया जिलों की सीमा को बांटता एनएच 75 के सिंध पुल पर भारी लगभग हजारों संख्या में दिल्ली नोएडा हरियाणा पंजाब से निकली लेबर अब ग्वालियर होते दतिया के सीमा विवाद में फंस गई है।
ढाबा खुलवा कर खाना बनवाया
सिरोल टीआई केपी यादव ने बताया हाइवे पर हजारों लोगों की भीड थी। कई परिवार बच्चों की भूख से परेशान थे, उन्हें गांव तक पहुंचाने का इंतजाम किया गया। कई लोगों ने कहा कि बच्चे भूखे हैं उन्हें दो रोटी खिलवा दो। बेवस लोगों की हालात देखकर ढाबे पर जितना हो सकता था रोटी सब्जी बनवा कर लोगों को खिलवा कर रवाना किया। मोहना पर भी पुलिस ने परेशान लोगों को घर पहुंचाने के साथ उनके खाने पीने का इंतजाम किया।
सिरोल टीआई केपी यादव ने बताया हाइवे पर हजारों लोगों की भीड थी। कई परिवार बच्चों की भूख से परेशान थे, उन्हें गांव तक पहुंचाने का इंतजाम किया गया। कई लोगों ने कहा कि बच्चे भूखे हैं उन्हें दो रोटी खिलवा दो। बेवस लोगों की हालात देखकर ढाबे पर जितना हो सकता था रोटी सब्जी बनवा कर लोगों को खिलवा कर रवाना किया। मोहना पर भी पुलिस ने परेशान लोगों को घर पहुंचाने के साथ उनके खाने पीने का इंतजाम किया।
पुलिस ने खदेडा तो, रंगबाजी पर उतरे
लॉकडाउन में पुलिस लगातार लोगों को घर में रहने की नसीहत दे रही है इसके बावजूद लोग बिना वजह कोरोना वायरस का खतरा मोल लेने के लिए तफरी पर उतारु हैं। लोगों को घर में रहने के लिए टोकने पर आपागंज में लोगों की पुलिस से भिंडत हो गई। बस्ती में कुछ लोगों ने हंगामा कर आरोप लगा कि माधौगंज थाने के आरक्षक नसरुद्दीन ने डंडा फेंककर मारा है जो बस्ती में रहने वाले गोलू की नाक पर लगा है। इससे गोलू की नाक में गहरी चोट आई है। पुलिस और पब्लिक के बीच कहासुनी पता चलने पर सीएसपी आत्माराम षर्मा माधौगंज, जनकगंज और गिरवाई का फोर्स लेकर मौके पर पहुंच गए।
लॉकडाउन में पुलिस लगातार लोगों को घर में रहने की नसीहत दे रही है इसके बावजूद लोग बिना वजह कोरोना वायरस का खतरा मोल लेने के लिए तफरी पर उतारु हैं। लोगों को घर में रहने के लिए टोकने पर आपागंज में लोगों की पुलिस से भिंडत हो गई। बस्ती में कुछ लोगों ने हंगामा कर आरोप लगा कि माधौगंज थाने के आरक्षक नसरुद्दीन ने डंडा फेंककर मारा है जो बस्ती में रहने वाले गोलू की नाक पर लगा है। इससे गोलू की नाक में गहरी चोट आई है। पुलिस और पब्लिक के बीच कहासुनी पता चलने पर सीएसपी आत्माराम षर्मा माधौगंज, जनकगंज और गिरवाई का फोर्स लेकर मौके पर पहुंच गए।
कई बार समझा चुकी थी पुलिस
बस्ती में रहने वालों से पुलिस ने विवाद की वजह पूछी तो कुछ लोगों ने यह भी बताया कि कोरोना वायरस से बचाव के लिए पुलिस लगातार लोगों को घर मे ंरहने की नसीहत दे रही है। जब पुलिस आती है तो लोग हूटर की आवाज सुनकर घर में घुस जाते हैं, उसके गुजरने के बाद फिर तमाम लोग बाहर आकर मजमा लगा लेते हैं। सुबह व शाम तक भी पुलिस कई बार आकर समझा गई थी कि बाहर मत बैठो, वायरस फैल रहा है, अपने साथ दूसरों की जान को जोखिम में मत डालो। उसके बावजूद षाम को युवकों की टोली मौहल्ले में खडी थी। उस दौरान पुलिस का आना हो गया। उसे आता देखकर बाहर घूम रहे लोग घरों में भागे। पुलिसकर्मियों ने भी इन्हें खदेडा। इसमें गोलू चोटिल हो गया।
बस्ती में रहने वालों से पुलिस ने विवाद की वजह पूछी तो कुछ लोगों ने यह भी बताया कि कोरोना वायरस से बचाव के लिए पुलिस लगातार लोगों को घर मे ंरहने की नसीहत दे रही है। जब पुलिस आती है तो लोग हूटर की आवाज सुनकर घर में घुस जाते हैं, उसके गुजरने के बाद फिर तमाम लोग बाहर आकर मजमा लगा लेते हैं। सुबह व शाम तक भी पुलिस कई बार आकर समझा गई थी कि बाहर मत बैठो, वायरस फैल रहा है, अपने साथ दूसरों की जान को जोखिम में मत डालो। उसके बावजूद षाम को युवकों की टोली मौहल्ले में खडी थी। उस दौरान पुलिस का आना हो गया। उसे आता देखकर बाहर घूम रहे लोग घरों में भागे। पुलिसकर्मियों ने भी इन्हें खदेडा। इसमें गोलू चोटिल हो गया।
लॉक डाउन में बाहर नहीं बैठ सकते
माधौगंज टीआई यादव ने बताया कि पब्लिक को समझाया है कि लॉक डाउन का आदेश है, ऐसे में घर में बिना वजह बाहर नहीं निकलो, महामारी से खुद और दूसरों को बचाने के लिए घर में रहना जरुरी है। पुलिस भी इसलिए ही टोक रही है। चोटिल का भी मेडिकल कराया है।
माधौगंज टीआई यादव ने बताया कि पब्लिक को समझाया है कि लॉक डाउन का आदेश है, ऐसे में घर में बिना वजह बाहर नहीं निकलो, महामारी से खुद और दूसरों को बचाने के लिए घर में रहना जरुरी है। पुलिस भी इसलिए ही टोक रही है। चोटिल का भी मेडिकल कराया है।
ग्वालियर चंबल में धारा 144 लागू
कोरोना के बढ़ते कहर को देखते हुए प्रदेश के ग्वालियर चंबल संभाग के ग्वालियर, भिंड, मुरैना, दतिया, शिवपुरी और श्योपुर व डबरा में भी धारा 144 लागू कर दी गई है। इसके साथ ही ग्वालियर चंबल संभाग के दतिया,ग्वालियर,भिण्ड,मुरैना व डबरा में कोरोना संदिग्ध मिलने के लिए प्रशासन ने सतर्कता और बढ़ा दी है। साथ ही लोगों से बाहर न निकलने की अपील की है।
कोरोना के बढ़ते कहर को देखते हुए प्रदेश के ग्वालियर चंबल संभाग के ग्वालियर, भिंड, मुरैना, दतिया, शिवपुरी और श्योपुर व डबरा में भी धारा 144 लागू कर दी गई है। इसके साथ ही ग्वालियर चंबल संभाग के दतिया,ग्वालियर,भिण्ड,मुरैना व डबरा में कोरोना संदिग्ध मिलने के लिए प्रशासन ने सतर्कता और बढ़ा दी है। साथ ही लोगों से बाहर न निकलने की अपील की है।
आवश्यक सेवाओं को ही चालू
ध्यान रहे कि सेक्शन 144 और कर्फ्यू एक चीज नहीं है। कर्फ्यू बहुत ही खराब हालत में लगाया जाता है। उस स्थिति में लोगों को एक खास समय या अवधि तक अपने घरों के अंदर रहने का निर्देश दिया जाता है। मार्केट, स्कूल, कॉलेज आधि को बंद करने का आदेश दिया जाता है। सिर्फ आवश्यक सेवाओं को ही चालू रखने की अनुमति दी जाती है। इस दौरान ट्रैफिक पर भी पूरी तरह से पाबंदी रहती है।
ध्यान रहे कि सेक्शन 144 और कर्फ्यू एक चीज नहीं है। कर्फ्यू बहुत ही खराब हालत में लगाया जाता है। उस स्थिति में लोगों को एक खास समय या अवधि तक अपने घरों के अंदर रहने का निर्देश दिया जाता है। मार्केट, स्कूल, कॉलेज आधि को बंद करने का आदेश दिया जाता है। सिर्फ आवश्यक सेवाओं को ही चालू रखने की अनुमति दी जाती है। इस दौरान ट्रैफिक पर भी पूरी तरह से पाबंदी रहती है।