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मध्यप्रदेश की जीवाजी यूनिवर्सिटी में कुलपति द्वारा एक पोस्टर का विमोचन विवाद का कारण बन गया है। दरअसल कुलपति प्रोफेसर अविनाश तिवारी द्वारा एबीवीपी के पोस्टर का अनावरण किया गया। जिससे नाराज एनएसयूआई की ओर से इसका विरोध करते हुए विश्वविद्यालय में जमकर हंगामा किया गया।
मारपीट से लेकर जूते चप्पल तक चले
इस दौरान एनएसयूआई और एबीवीपी के कार्यकर्ता जीवाजी विश्वविद्यालय में आमने सामने आ गए। वहीं इस प्रदर्शन के दौरान छात्र नेताओं में मारपीट भी हुई। इस हंगामे के चलते जीवाजी यूनिवर्सिटी में काम ठप हो गया। इस दौरान दोनों संगठनों के बीच आपस में जूते चप्पल भी चले। इस दौरान मामले में पुलिस को भी हस्तक्षेप करना पड़ा।
ये है मामला
दरअसल शुक्रवार को एनएसयूआई द्वारा जेयू परिसर में कुलपति प्रो. तिवारी के खिलाफ रैली निकाल कर धरना दिया गया। ज्ञात हो कि एक ट्वीट में प्रोफेसर अविनाश तिवारी कुछ एबीवीपी के छात्र नेताओं के साथ खड़े होकर उनके राजनैतिक पोस्टर का अनावरण करते हुए नजर आए थे। बीते कई दिनों से यह पोस्टर अनावरण का फोटो फेसबुक, टि्वटर, व्हाट्सएप सहित इंटरनेट मीडिया अन्य कई प्लेटफार्म पर दिखाई दे रहा है।
कुलपति पर कसे तंज
इस मामले में कॉन्ग्रेस की स्टूडेंट विंग भारतीय राष्ट्रीय छात्र संगठन एनएसयूआई ने तंज कसते हुए जीवाजी विश्वविद्यालय के कुलपति प्रोफेसर तिवारी को एबीवीपी दलाल बताया है साथ में पोस्ट में यह भी लिखा है कि एक संवैधानिक पद पर बैठे हुए व्यक्ति को इस प्रकार की हरकत करना शोभा नहीं देता है।
इसके अलावा एनएसयूआई के इस विरोध प्रदर्शन में उपयोग किए जाने वाले बैनर पर बड़े अक्षरों में कुलपति प्रोफेसर अविनाश तिवारी को एबीपी का छात्र नेता लिखकर संबोधित किया गया है। जानकारों के अनुसार किसी कुलपति पर इस तरीके से तंज कसा जाना पहली बार हो रहा है।
छात्र नेता अभिमन्यु पुरोहित का कहना है कि जीवाजी विश्वविद्यालय का कुलपति होना अपने आप में एक बड़ी जिम्मेदारी वाला काम है साथ ही इस पद की अपने आप में अलग एक गरिमा है। लेकिन अगर प्रोफ़ेसर अविनाश तिवारी इस तरह से एबीवीपी को प्रसन्न करने के लिए उनके पोस्टर का अनावरण करेंगे या पद से बाहर जाकर अन्य तरीकों से उनकी जी हुजूरी करेंगे तो उन्हें अपना पद छोड देना चाहिए।
Published on:
13 Jan 2023 04:26 pm
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