
cheetah
Cheetah: वन क्षेत्र अब चीते के लिए 'घर' जैसा साबित हो रहा है। यहां आने के बाद महज एक महीने के भीतर एक चीते के वजन में करीब पांच किलो की उल्लेखनीय बढ़ोत्तरी दर्ज की गई है। चीते की सेहत में हुए इस सकारात्मक बदलाव को देखते हुए, उसके गले में लगे रेडियो कॉलर को ढीला कर दिया गया है ताकि उसे किसी भी तरह की असुविधा न हो। रेडियो कॉलर को एडजस्ट करने की प्रक्रिया के दौरान मंगलवार को कूनो नेशनल पार्क और वन विभाग की संयुक्त टीम मौजूद रही, इसमें विशेषज्ञ डॉक्टरों की निगरानी में यह पूरी कार्रवाई सुरक्षित तरीके से की गई।
फिलहाल यह चीता सोन चिरैया घाटीगांव के लखनपुरा के पास चंदूपुरा के जंगल क्षेत्र में घूम रहा है। मप्र वन विभाग के साथ कूनो की टीमें उस पर लगातार नजर रखे हुए हैं। विशेषज्ञों का मानना है कि ग्वालियर के जंगलों में चीते को आसानी से बकरी और आवारा गाय जैसे शिकार मिल रहे हैं, जिससे उसे भरपूर पोषण मिल रहा है और वह तेजी से स्वस्थ हो रहा है।
यह चीता शिवपुरी के रास्ते कूनो से ग्वालियर वन क्षेत्र में आया था। इसके साथ आए अन्य चीतों में से एक दुर्घटना में मृत हो गया था, जबकि दूसरे को वापस कूनो ले जाया गया है। चीते का लगातार बढ़ता वजन और स्वस्थ स्थिति वन विभाग के लिए एक बड़ी राहत है, जो ग्वालियर के वन क्षेत्र की चीतों के लिए अनुकूलता को दर्शाता है।
Published on:
25 Dec 2025 09:21 am
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