
Disputes between the trust's officer and the school staff
ग्वालियर। वर्ष १९०३ से शासकीय हरिदर्शन हायर सेकंडरी स्कूल संचालित होते आ रहा है। स्कूल की प्राचार्य नमिता सक्सेना ने बताया कि शाम करीब चार बजे स्कूल पीछे खेल मैदान में पर छात्र खेल रहे थे, तभी सिंधिया देव स्थान के लोगों ने इन छात्रों को रोका। वह इस स्थान को अपनी बताते हुए बाउंड्रीवॉल करना चाहते थे। उन्होंने इस जमीन पर से छात्रों को हटाना चाहा तो छात्रों ने हंगामा खड़ा कर दिया। इसी बात की जानकारी जब स्कूल में लगी तो मैं और स्टाफ के सदस्य मौके पर पहुंच गए। उन्होंने विवाद शुरू कर दिया और फील्ड को अपनी बताने लगे। इसी समय उन्होंने पुलिस बल भी मौके पर बुलाया। सात सौ से अधिक छात्र करते है पढ़ाईशहर के प्राचीन स्कूलों में से एक हरिदर्शन स्कूल है। इस स्कूल की बिल्डिंग व आस-पास की फील्ड करीब २२ बीघा है। इस फील्ड का उपयोग अब तक स्कूल प्रबंधन द्वारा खेल मैदान में किया जाता रहा। स्कूल की प्राचार्य का आरोप है कि पिछले कुछ सालों से देव स्थान ट्रस्ट की ओर से नोटिस दिए जा रहे हैं और मुझे भी दफ्तर में आकर धमकाया जाता रहा। बुधवार को भी स्कूल स्टाफ को धमकाया गया। जिला प्रशासन बना मूकदर्शकइस पूरे मामले की जानकारी शिक्षा विभाग के अधिकारी को भी दी गई। यह बात जिला प्रशासन को भी जानकारी दी जा चुकी है। इसके बाद जिला प्रशासन पूरे मामले में शांत है। हालांकि जिला शिक्षा अधिकारी दीपक पांडेय भी पूरे मामले की तफ्तीश के लिए शाम के समय स्कूल पहुंचे। उन्होंने तहसीलदार और आरआई से बातचीत की। जिसमें तहसीदार और आरआई ने खसरा में सर्वे नंबर २ और ३ की भूमि को स्कूल की बताया है। शेष जमीन को देव स्थान ट्रस्ट के नाम से दर्ज होना बताई।
वर्जन
सिंधिया देव स्थान ट्रस्ट के लोगों और स्कूल के छात्रोंसे बाउंड्रीवॉल के निर्माण को लेकर विवाद हुआ था। इस पूरे मामले की जानकारी के लिए मैं पहुंचा था। पूरे मामले की पड़ताल की जा रही है।
दीपक पांडेय, जिला शिक्षा अधिकारी
वर्जन
सिंधिया देव स्थान ट्रस्ट की जमीन पर बाउंड्रीवॉल बनाई जा रही है। विवाद की मुझे कोई जानकारी नहीं है। करणसिंह राणा, (ट्रस्ट से जुड़े)
Published on:
04 Dec 2019 10:19 pm
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