चार चतुर एसोसिएट की एक और ठगी....
ग्वालियर। सस्ता प्लाट देने का झांसा देकर लोगों का पैसा लेकर चंपत हुई चार चतुर एसोसिएट की एक और ठगी सामने आई है। इस बार भिंड निवासी श्रीकांत दीक्षित और नमोनारायण दीक्षित समेत करीब 20 लोग पुलिस के पास पहुंचे। इन लोगों ने बताया चार चतुर एसोसिएट के संचालक अजय जादौन, अशोक कुमार, सोनू साहू और एनडी राठौर ने कहा था कि कंपनी टाऊन शिप बना रही है। उसमें प्लॉट बेचे जा रहे हैं।
बाजार के रेट से कम दरों पर जमीन कंपनी दे रही है। इस लालच में उनके अलावा करीब 20 लोगों ने कंपनी में प्लॉट की बुकिंग कराई थी। उसके एवज में कंपनी को एक करोड़ 20 लाख रूपया दिया था। सारा पैसा लेकर कंपनी भाग गई। टीआइ प्रशांत यादव ने बताया ठगी करने वाले चारों आरोपियों पर केस दर्ज किया है।
जानकारी की कमी से ठगे जा रहे हैं लोग
राजेश दंडौतिया एएसपी क्राइम ब्रांच का कहना है कि ऑनलाइन ठगी की ज्यादातर घटनाओं में जालसाज की चालाकी के साथ ठगे गए लोगों में जानकारियों की कमी भी बड़ी वजह रहती है। खासकर गूगल के जरिए ऑनलाइन नंबर सर्च करने वाले जालसाजों के लिए आसान टारगेट रहते हैं। लोग ऑनलाइन नंबर तो तलाशते हैं, लेकिन यह नहीं देखते कि नंबर किस लिंक से ले रहे हैं। वह असली है या जालसाजों ने उसे फर्जी तरीके से गूगल पर लोड़ किया है। साइबर सेल लगातार एडवायजरी जारी कर रही है कि किसी भी कंपनी, संस्थान का नंबर तलशाने के लिए उसकी मूल बेवसाइट से नंबर हासिल करना चाहिए।
ऐसे पहुंच रहा आपका नंबर ठगोरों तक
सायबर एक्सपर्ट के अनुसार ऑनलाइन नंबर सर्च करने पर जो सर्विस प्रोवाइडर के नंबर आते हैं। उनमें से कई जालसाज भी हो सकते हैं। क्योंकि, वे अपनी लिस्टिंग इंटरनेट पर करवा लेते हैं। लोग भरोसा करके उनसे संपर्क करते हैं। हालांकि, जिस नंबर पर कॉल किया जाता है, वे ठगी नहीं करते लेकिन कॉल करने वाले का नंबर अपने साथियों तक पहुंचा देते हैं और वे कॉलबैक करने अपनी बातों में उलझाते हुए ठगी करते हैं।