
Ganesh chaturthi 2018 : शहर में सजे पांडाल,कल घर-घर विराजेंगे श्रीजी,ये है शुभ मुहूर्त
ग्वालियर। गणेश चतुर्थी को भारत के विभिन्न हिस्सों में अनेकों रूपों में मनाई जाती है। हिन्दू धर्म के अनुसार इसी दिन भागवान गणेश का जन्म हुआ था। भागवान गणेश के जन्मोत्सव के रूप में इस त्योहार को बड़े धूमधाम से मनाया जाता है। ग्वालियर चंबल संभाग के इलाकों में तो गणेश चतुर्थी के बाद 10 दिनों तक लगातार गणेशोत्सव मनाया जाता है। भक्त इस दौरान अपने-अपने घरों में भागवान गणेश की प्रतिमा स्थापित कर भक्ति भाव से दस दिनों तक विघ्नहर्ता श्री गणेश की पूजा करते हैं।
13 सितंबर को गणेश चतुर्दशी पर श्रीजी घरों और सार्वजनिक स्थानों पर वैदिक विधि विधान से विराजमान होंगे। यह उत्सव दस दिन अनंत चतुर्दशी तक चलेगा। श्रीजी के आगमन को लेकर पांडाल सजधज कर तैयार हो चुके हैं। श्री गणेश उत्सव को लेकर मोटे गणेश मंदिर, शिंदे की छावनी स्थित गणेश मंदिर एवं बहोड़ापुर क्षेत्र स्थित गणेश मंदिर पर तैयारियां पूरी कर ली गई हैं।
यहां गणेशजी का अभिषेक किया जाएगा, इसके बाद हर रोज विधि-विधान से पूजा-अर्चना होगी। इसके अलावा दाल बाजार, कंपू, महाराज बाड़ा, सराफा बाजार, जीवाजीगंज, जनकगंज, माधौगंज, दौलतगंज, शिन्दे की छावनी, थाटीपुर, हजीरा, किलागेट, बारादरी, सदर बाजार, बहोड़ापुर में पांडाल सजाए जाएंगे।
अचलेश्वर पर सबसे बड़ी प्रतिमा
शहर में सबसे बड़ी प्रतिमा श्री अचलेश्वर महादेव मंदिर 16 फीट ऊंची स्थापित होगी। कलकत्ता और झांसी के कलाकार बीस दिन से प्रतिमा तैयार कर रहे हैं।
1 घंटे 10 मिनट शुभ मुहूर्त
पंडित वाचस्पति शास्त्री के मुताबिक सुबह 11.30 से 12.40 बजे तक पूजन कर स्थापित करना शुभ है। गणेश जी की पूजा अर्चना में मोदक का भोग लगाए और गं गणपतये नम: का जाप करें।
Published on:
12 Sept 2018 12:37 pm
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