26 दिसंबर 2025,

शुक्रवार

Patrika LogoSwitch to English
home_icon

मेरी खबर

icon

प्लस

video_icon

शॉर्ट्स

epaper_icon

ई-पेपर

shaurya chakra 2019 : आतंकवादियों को ढेर करने वाले शहर के सपूत लेफ्टिनेंट कर्नल अजय सिंह को शोर्य चक्र

राष्ट्रीय राइफल में पदस्थ अजय सिंह ने नवंबर-2018 में टीम के साथ मिलकर जम्मू-कश्मीर में कई आतंकवादियों को ढेर किया था।

2 min read
Google source verification
gwalior boy Lt.col. ajay singh kushwah gets shaurya chakra 2019

shaurya chakra 2019 : आतंकवादियों को ढेर करने वाले शहर के सपूत लेफ्टिनेंट कर्नल अजय सिंह को शोर्य चक्र

ग्वालियर। देश के दुश्मन आतंकवादियों को ढेर करने वाले शहर के सपूत लेफ्टिनेंट कर्नल अजय सिंह कुशवाह को शौर्य चक्र से सम्मानित करने की घोषणा की गई है। इससे उनके रचना नगर, गोला का मंदिर स्थित घर में खुशी का माहौल है। राष्ट्रीय राइफल में पदस्थ अजय सिंह ने नवंबर-2018 में टीम के साथ मिलकर जम्मू-कश्मीर में कई आतंकवादियों को ढेर किया था। इस दौरान उनके कुछ साथी भी शहीद हो गए थे। इस बहादुरी पर उन्हें और उनकी टीम के सदस्यों को यह सम्मान देने की घोषणा हुई है। वर्तमान में वह श्रीनगर में पदस्थ हैं।

पिता से मिली प्रेरणा
अजय के पिता स्व.वीर सिंह कुशवाह केद्रीय आलू अनुसंधान केन्द्र में हेड रहे। उन्होनें अपनी नौकरी पूरी ईमानदारी और जिम्मेदारी से की। इसलिए 2004 में अमेरिका के बायोग्राफिकल संस्थान ने उन्हें साइंटिस्ट मैन ऑफ द ईयर से सम्मानित किया था। लेफ्टिनेंट कर्नल अजय सिंह को पिता से ईमानदारी और कत्र्तव्य निष्ठा की प्रेरणा मिली।

Independence Day 2019: 1857 के स्वाधीनता संग्राम में रानी लक्ष्मीबाई के साथ 745 साधुओं ने दी थी अपने प्राणों की आहुति

मां ने कहा-जीवन धन्य हो गया
उनकी मां पदमा कुशवाह की आंखों में खुशी के आंसू छलकते दिखाई दिए। उन्होंने कहा कि आज मेरा जीवन धन्य हो गया। बेटे ने मेरा ही नहीं पूरे देश का नाम रोशन कर दिया।
इससे पहले सेना मेडल मिला: अजय इससे पहले सेना मेडल से सम्मानित हो चुके हैं। उन्होंने सेंट पॉल स्कूल में पढ़ाई की, इसके बाद एमएलबी कॉलेज से स्नातक किया। इसी दौरान उनका आर्मी में सिलेक्शन हुआ।

यह सदस्य हैं परिवार में
अजय के परिवार में मां पदमा के अलावा भाई विजय सिंह कुशवाह हैं, जो जेके टायर में फायनेंस और एकाउंट के हेड हैं। पत्नी मीनाक्षी और दो बेटे हैं। परिवार का हर सदस्य खुशी में डूबा है।

सीना गर्व से चौड़ा हो गया
भाई विजय सिंह ने कहा कि पिता के पदचिन्हों पर चलते हुए अजय ने उनका नाम रोशन कर दिया। आज उनका सीना गर्व से चौड़ा हो गया।

पिता के सपने को पूरा किया
पिता वीर सिंह कुशवाह ने यह सपना देखा था कि अजय को यह पदक मिले, वह चाहते थे कि बेटे को जब पदक मिले तो वह मौजूद रहें। परिवार को अफसोस है कि आज पिता उनके बीच नहीं हैं। लेकिन खुशी है कि अजय ने उनके सपने को पूरा कर दिखाया। यह खबर आने के बाद उनके घर में बधाई देने वालों का तांता लगा है।