पंजीयन मुख्यालय से नई गाइड लाइन बढ़ाने के दिशा निर्देश आने के बाद उप मूल्यांकन समिति ने तेजी से काम शुरू किया है। मंगलवार को उन लोकेशन की छटनी की, जहां पर गाइड लाइन कम है और संपत्ति महंगी बिक रही है। दो दिन के भीतर गाइड लाइन फाइनल कर उप मूल्यांकन समिति की पहली बैठक हो सकती है। इस बैठक में गाइड लाइन का प्रस्ताव आएगा। जिला मूल्यांकन समिति के पास गाइड लाइन अक्टूबर के पहले सप्ताह में पहुंच सकती है। इसके बाद केंद्रीय मूल्यांकन समिति को इसे भेज दिया जाएगा। वहीं प्रदेश के छोटे जिलों में गाइड लाइन तैयार होकर पहुंच भी चुकी है।
दीपावली पर होता है सबसे ज्यादा कारोबार
शहर में प्रोपर्टी का सबसे ज्यादा कारोबार दशहरा व दीपावली के बीच होता है। इसके बाद मार्च में सबसे ज्यादा रजिस्ट्री होती है, लेकिन सरकार ने दहशरा व दीवापील से पहले गाइड लाइन बढ़ा दी है। अक्टूबर व नवंबर में होने वाली रजिस्ट्री पर ज्यादा खर्च करने होंगे। – गाइड लाइन में बढ़ोतरी का दो गुने का प्रस्ताव आ सकता है, क्योंकि भोपाल से जो डेटा भेजा गया है, उसमें अधिक दामों पर रजिस्ट्री हुई है। 2025-26 की गाइड लाइन बनाने का काम फरवरी में शुरू हो जाएगा। छह महीने बाद फिर से गाइड लाइन झटका देगी।
इन क्षेत्रों को किया चिह्नित जहां गाइड लाइन है कम
लक्ष्मणगढ़, बरेठा, डांगगुठीना, वीरमपुरा, करगंवा, उदयपुर, बेरजा रोड पर, चितोरा रोड पर, बिल्हेटी रोड पर, गोवई रोड पर, राई, रतवाई, बिजौली रोड पर, गिरगांव, विजकपुर, सूरो, भटपुरा ब्राह्मण, भदरौली, सेथरी पर गाइड लाइन बढ़ाने का प्रस्ताव है। -पुराना पटरी रोड, फोरलेन वायपास, गणेशपुरा, खेरिया मोदी, मोहनपुर से बाहर रोड पर, शताब्दीपुरम ए से जेड ब्लॉक तक। – इन लोकेशनों को बढ़ोतरी के लिए चिह्नित किया गया है। यहां जमीन महंगी बिक रही है, लेकिन गाइड लाइन कम है। यहां पर बढ़ोतरी होने पर स्टांप ड्यूटी से राजस्व मिलेगा।
इन लोकेशन को डिलीट करने की तैयारी
महाराजपुरा औद्योगिक क्षेत्र, सांई कॉलोनी महाराजपुरा, गुप्ता फैक्ट्री, बिरला हाउस, जुगराज बाबा की बस्ती, झांसी लूप रोड, किचलू बंगला, सैनिक कॉलोनी, लक्ष्मी विहार बड़ागांव, शांति विहार, वृंदावन विहार, महालक्ष्मी नगर, मयूर विहार, सूर्य नगर, श्याम रॉयल की लोकेशन को डिलीट किया जाएगा। इन लोकेशनों को दूसरे मर्ज किया जाएगा। – इन जगहों पर अधिकतर संपत्तियां बिक चुकी है, जिसकी वजह से रजिस्ट्री कम आती है।