इन ३९ दिनों में 40 प्रतिशत किशोरियां, 35 प्रतिशत बालिग लड़कियां और 25 प्रतिशत शादीशुदा महिलाएं छेड़छाड़ की शिकार हुईं, जबकि बलात्कार के मामले में 50 प्रतिशत नाबालिग लड़कियां प्रताडि़त हुईं। बाकी पचास प्रतिशत में शादीशुदा महिलाएं और बालिग लड़कियां शामिल हैं।
छेड़छाड़ हो या दुष्कर्म के मामले निचले तपके की महिलाएं या लड़कियां ज्यादा पीडि़त हुई हैं। इनके परिजन मजदूरी पर निकल जाते हैं, अकेला देखकर इनके साथ हरकतें की जाती हैं। कुछ मध्यमवर्गीय परिवारों से हैं, जिन्हेंस्कूल या कॉलज जाते समय परेशान किया गया।
जिले के सभी थानों के अलावा वीकेयर फॉर यू सेल, महिला सेल, महिला थाना, निर्भया बनाई गईं, इसके बाद भी महिलाओं की सुरक्षा नहीं हो पा रही है। किस थाने में कितनी एफआइआर
छेड़छाड़- कोतवाली, माधौगंज, कम्पू, ग्वालियर, पुरानी छावनी, मुरार, विश्वविद्यालय, गोला का मंदिर, गिरवाई, पनिहार, भितरवार, गिजोर्रा, मोहना, करहिया में एक-एक, इंदरगंज, झांसी रोड, महाराजपुरा में दो-दो बिजौली में तीन मामले दर्ज हुए।
थाने छेड़छाड़
बहोड़ापुर- 4
डबरा 4
जनकगंज 4
थाटीपुर 4
हजीरा 4