
सिंधिया के स्टेटस बदलने से भाजपा में जाने की अटकलें, समर्थक मंत्री, विधायकों को लेकर भी फैली अफवाह
ग्वालियर। कांग्रेस महासचिव ज्योतिरादित्य सिंधिया के ट्विटर पर अपनी बायो बदलने के बाद शहर में उनके भाजपा में जाने की अटकलें लगाई जाती रहीं। शाम को यह खबर भी फैली कि सिंधिया समर्थक मंत्री और विधायकों को एकत्र कर शक्ति प्रदर्शन के लिए किसी गोपनीय स्थान पर ले जाया जा रहा है। इन अटकलों की हकीकत को पत्रिका ने परखा तो पता चला कि अटकलें निराधार हैं, मंत्री और विधायक अपने-अपने कार्यक्रमों में व्यस्त थे।
खाद्य एवं नागरिक आपूर्ति मंत्री प्रद्युम्न सिंह तोमर मेरठ में थे, वे रात 11.30 बजे जीटी एक्सप्रेस से ग्वालियर आए और सीधे ट्रॉमा सेंटर में एक बच्ची को देखने के लिए पहुंचे। उनसे सिंधिया को लेकर चल रही अटकलों पर चर्चा की तो उन्होंने कहा कि इस संबंध में सिंधिया अपना स्पष्टीकरण दे चुके हैं, इसलिए उन्हें कुछ कहने की जरूरत नहीं है। विधायक मुन्नालाल गोयल सुबह से ही विभिन्न कार्यक्रमों में व्यस्त रहे और शाम से रात तक विभिन्न समारोहों में शामिल होते रहे। उन्होंने भी वही बात कही। महिला एवं बाल विकास मंत्री इमरती देवी भी शहर में ही थीं, वे रात11.30 बजे जीटी एक्सप्रेस से भोपाल रवाना हुईं।
भाजपा भ्रम फैला रही : डॉ. शर्मा
सिंधिया के ट्विटर पर अपनी प्रोफाइल बदलने से हंगामा मचने पर कांग्रेस जिलाध्यक्ष डॉ.देवेन्द्र शर्मा ने इसे भाजपा का भ्रम फैलाने का षड्यंत्र करार दिया। उन्होंने कहा कि पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने जब अपनी प्रोफाइल बदलकर खुद को कॉमन मैन लिखा, तब किसी को कुछ नहीं लगा। उनका कहना था कि सिंधिया यह कहते रहे हैं कि वे राजनीति जनसेवा के लिए कर रहे हैं, किसी पद की उनकी कोई लालसा नहीं है। प्रदेश में कांग्रेस सरकार बनने के बाद सिंधिया को मुख्यमंत्री पद से दूर किए जाने तथा उन्हें अध्यक्ष पद भी नहीं दिए जाने से सिंधिया समर्थक काफी नाराज हैं।
चर्चा थी महाराष्ट्र के बाद मध्यप्रदेश में आपरेशन
सिंधिया के अपने ट्विटर एकाउंट से कांग्रेसी परिचय हटाकर खुद को जनसेवक और क्रिकेट प्रेमी बताने पर सोमवार को यह खबर फैली कि महाराष्ट्र के बाद भाजपा ने ऑपरेशन मध्यप्रदेश शुरू कर दिया है। सिंधिया के परिचय बदलने को लेकर सोशल मीडिया पर चर्चाओं का दौर शुरू होने पर सिंधिया ने स्वयं ही अटकलों को खारिज कर दिया।
कांग्रेस ने दी थीं उनकी दादी को यातनाएं
भाजपा जिलाध्यक्ष देवेश शर्मा ने कहा कि कांग्रेस ने ज्योतिरादित्य की दादी राजमाता विजयाराजे सिंधिया को आपातकाल में यातनाएं दी थीं। उन यातनाओं को जब भाजपा नहीं भूली तो वे कैसे भूल सकते हैं। अनुच्छेद 370 को हटाने पर जहां सारी कांग्रेस इसका विरोध कर रही थी, तब सिंधिया ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के इस कदम का स्वागत किया था। जब उनके विचार हमसे मेल खाते हैं तो इसमें वे ऐसा कर सकते हैं।
Updated on:
26 Nov 2019 10:56 am
Published on:
26 Nov 2019 10:52 am
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