ऐसी स्थिति में झांसी स्टेशन पर लगभग दो घंटे मेंटेनेंस के लिए खड़ी होती है। इसे देखते हुए अब 29 फरवरी तक ताज एक्सप्रेस ग्वालियर तक आएगी, लेकिन ट्रेन के ग्वालियर से संचालित होने से यहां पर परेशानी बनने लगी है। ट्रेन दोपहर 12 बजे ग्वालियर आती है और शाम 4.40 बजे निजामुद्दीन के लिए रवाना होती है। ऐसे में रेलवे यार्ड में जगह न होने की वजह से ताज एक्सप्रेस के प्लेटफॉर्म चार पर ही लगभग साढे घंटे तक खड़ा रखना पड़ रहा है। ऐसे में प्लेटफॉर्म चार से दोपहर में ही खजुराहो से उदयपुर के लिए इंटरसिटी प्लेटफॉर्म चार से निकलती है, लेकिन ताज के होने से अब इस ट्रेन का प्लेटफॉर्म बदलकर प्लेटफॉर्म दो कर दिया है। ऐसे में यात्रियों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है।
ग्वालियर से इटावा के बीच चलने वाली मेमू ट्रेन काफी समय से प्लेटफॉर्म चार पर दिन में खड़ी हो रही थी। लेकिन अब ताज एक्सप्रेस के आने से मेमू को प्लेटफॉर्म चार से हटाकर यार्ड में भेजा जा रहा है। मेमू इटावा से चलकर ग्वालियर सुबह 11.30 बजे आ जाती है। फिर यह ट्रेन शाम 5.30 बजे इटावा के लिए जाती है। ऐसे में यहां पर ताज को जगह दी जाती है।
ग्वालियर से टीटीई स्टाफ को लगाया
ताज एक्सप्रेस निजामुद्दीन से झांसी के बीच चलती है। ऐसे में झांसी का टीटीई स्टाफ ही इस ट्रेन को लेकर आता जाता है, लेकिन अब यह ट्रेन ग्वालियर से संचालित होने लगी है तो स्टाफ भी ग्वालियर से ही जाता है । ऐसे में टीटीई स्टाफ की चली आ रही कमी और बढ़ गई है। इस ट्रेन में दो से तीन टीटीई जाते है।
यह ट्रेनें रहती हैं यार्ड में
रेलवे स्टेशन के यार्ड में ग्वालियर- अहमदाबाद, ग्वालियर इटावा मेमू ट्रेन, रतलाम ग्वालियर इंटरसिटी एक्सप्रेस, बुंदेलखंड एक्सप्रेस के साथ लगभग 50 एसी, स्लीपर आदि कोच को तैयार रिजर्व में रखा जाता है। इनको जरूरत पड़ते ही ट्रेनों में इस्तेमाल किया जाता है।