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शहर की सबसे सुंदर सड़क पर लगा निगम अफसरों की अनदेखी का ग्रहण

शहर की गांधी रोड पर आइएएस और आइपीएस अफसर रहते हैं। इस सड़क के टूटने से पहले ही एक करोड़ ३ लाख से अधिक की राशि खर्च की जा रही है। इधर शहर की थीम रोड सहित दूसरी सड़कें हैं जो खराब और जर्जर हैं जिनके गड्ढे भी भरे जाने की सुध नहीं ली जा रही है।

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More than one crore spent on Gandhi Road, no one is familiar with Them

More than one crore spent on Gandhi Road, no one is familiar with Them

ग्वालियर। नगर निगम ने जयविलास पैलेस से लेकर कटोराताल तक करीब सात साल पहले थीम रोड बनाई थी। यह सड़क शहर की सबसे सुंदर सड़क थी। वर्तमान में इसके हालात बुरे हैं सड़क पर जगह-जगह गड्ढे हैं। सड़क पर लगाए गए गुलाबी पत्थर भी उखड़ रहे हैं। कई कुर्सियां टूट गई हैं। स्पीड ब्रेकर गायब हो रहे हैं। सड़क निर्माण के बाद दोबारा निगम अधिकारियों ने यहां मेंटेनेंस कराए जाने की सुध तक नहीं ली है। वहीं दूसरी ओर गांधी रोड है। इस सड़क पर गड्ढे होने से पहले पेंचवर्क के नाम पर पैसा लुटाने की तैयारी की जा रही है। यह सड़क लोक निर्माण विभाग की है। इस सड़क पर संभागायुक्त, आइजी, कलेक्टर, एसपी सहित अन्य वीआइपी अफसरों के बंगले बने हुए हैं। ४.२ किमी लंबी सड़क बनाने के लिए लोक निर्माण विभाग के अधिकारी १.३ करोड़ खर्च कर रहे हैं।

आकाशवाणी तिराहे तक सड़क का काम हुआ पूरा
यह सड़क को दो तरफ से बनाई जा रही है। सरकारी बस स्टैंड से लेकर आकाशवाणी तिराहा और राजा मानसिंह तोमर प्रतिमा स्थल से लेकर आकाशवाणी तिराहा तक सड़क पर डामरीकरण किया जा चुका है। अभी डेढ़ किलोमीटर लंबी सड़क का काम पूरा होना बताया जा रहा है। सड़क मुरार शहीद गेट तक तैयार की जानी है।

सड़क पर ना पेंचवर्क हुआ और ना ही सीवर की हो सकी लेवलिंग

शहरवासी बारिश के बाद सड़कों पर उभरे हुए गड्ढों को लेकर परेशान हैं। शहर की हर सड़क पर गड्ढे हैं पिछले दिनों जिन सड़कों पर पेंचवर्क के नाम पर गिट्टी और रेत के साथ डामर छिड़का गया था वह गड्ढे भी वाहनों के दबाव के चलते निगम की पोल खोलने लगे हैं। जहां सड़कें ठीकठाक स्थिति में उनके सीवर की लेवलिंग कराए जाने की सुध नहीं ली जा रही है।

वर्जन
गांधी रोड पर सुधार को लेकर एक करोड़ के आस-पास राशि खर्च की जा रही है। सड़क पर सुधार की जरूरत थी इसलिए काम चल रहा है।

जंगबहादुर सिंह, अनुविभागीय अधिकारी, लोनिवि