
ग्वालियर. शहर के औद्योगिक क्षेत्रों में संचालित उद्योगों में होने वाले प्रदूषण पर रोक लगाने के लिए मप्र प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड नई कवायद करने जा रहा है। क्लीन एयर प्रोग्राम के अंतर्गत शहरी की परीवेशीय वायु गुणवत्ता में सुधार के लिए किए जा रहे प्रयासों के अंतर्गत जिन उद्योगों में कोयला, लकड़ी, केरोसिन आदि की जगह अब पीएनजी (पाइप नेचुरल गैस) को बढ़ावा दिया जाएगा। इसके पहले चरण की शुरूआत बाराघाटा औद्योगिक क्षेत्र से की जा रही है। यहां के 48 उद्योगों से उनके यहां ईंधन से संबंधित प्रमुख जानकारियां मांगी गई हैं। उद्यमियों को इसके बारे में जानकारी देने के लिए 21 दिसंबर को दोपहर 3 बजे बाराघाटा औद्योगिक क्षेत्र में एक बैठक भी रखी गई है। इसके बाद बिरला नगर औद्योगिक क्षेत्र, महाराजपुरा औद्योगिक क्षेत्र सहित दूसरे उद्यमियों को भी क्लीन एयर प्रोग्राम से जोड़ा जाएगा।
ये मांगी है जानकारी
उद्यमियों से प्रारूप के जरिए जो जानकारी मांगी गई है उसमें उद्योग का नाम, उद्योग स्थल, संचालक का नाम व नंबर, उत्पाद का नाम एवं उत्पादन क्षमता, प्रतिदिन अधिकतम ईंधन खपत की मात्रा, ईंधन का नाम, मशीन का नाम एवं क्षमता जहां ईंधन लगता है, रोजाना की ईंधन की खपत, स्थापित वायु प्रदूषण नियंत्रण व्यवस्था की जानकारी आदि शामिल है।
उद्योगों के प्रदूषण पर नियंत्रण होगा
क्लीन एयर प्रोग्राम के अंतर्गत ग्वालियर की परिवेशीय वायु गुणवत्ता सुधार के चलते ये पहल की जा रही है। इसके लिए बाराघाटा औद्योगिक क्षेत्र के उद्यमियों से जानकारी मांगी गई है। इसका उद्धेश्य जहां भी कोयला, लकड़ी या ईंधन का दूसरा स्त्रोत उपयोग में लाया जा रहा है उससे हटकर पीएनजी को बढ़ावा देना है। इससे उद्योगों में होने वाले प्रदूषण पर काफी हद तक नियंत्रण किया जा सकेगा।
- एनपी सिंह, क्षेत्रीय अधिकारी, मप्र प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड
Published on:
21 Dec 2021 10:36 am
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