जैसे ही उसका शव गांव पहुंचा, तो पूरे गांव के लोग शव को देखकर रो पड़े। जबकि उसके परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल है। मां और बहनों की आंखों से आंसू थमने का नाम नहीं ले रहे हैं। मृतक आरक्षक बृजेश रावत मुरैना जिले की जौरा तहसील के गांव थरा का निवासी था। वह तीन भाइयों में दूसरे नंबर का था। जबकि उसकी दो बहनें है। वह अपने परिवार में सबका लाड़ला था। बृजेश की सगाई करीब तीन माह पहले रामपुर के पास स्थित एक गांव में हुई थी।
बृजेश की सगाई जिस लडक़ी से हुई थी,उसकी बड़ी बहन से बृजेश के बड़े भाई संजय की भी सगाई हुई। हालांकि परिवार के लोगों ने दोनों की शादी का अलग-अलग मुहूर्त निकालना चाहा। मगर मुहुर्त अलग-अलग नहीं निकला था। जिसके कारण परिजनों नें दोनों भाइयों की शादी एक साथ सर्दियों में करना तय कर लिया। इसलिए घर में दोनों भाइयों की शादी की तैयारियां चल रही थी।
नापाखेड़ली ने चौकी प्रभारी को निलंबित करने दिया आवेदन
भाजपा नेता रामलखन नापाखेड़ली ने इस मामले को लेकर चंबल रेंज डीआइजी को आवेदन दिया है। जिसमें इस हादसे के लिए सामरसा चौकी प्रभारी को जिम्मेदार मानते हुए उसके खिलाफ निलंबन की कार्रवाई किए जाने की मांग की है। ताकि आगे किसी पुलिस जवान की इस तरह जान नहीं जा सके। नापाखेड़ली ने इस मामले की बारीकी से जांच कराए जाने की आवश्यकता जताई है।
एसपी श्योपुर नगेन्द्र सिंह : हादसे को घटित करने वाले वाहन वाहन को जल्द ही जब्त कर उसके चालक को गिरफ्तार कर लेंगे। हादसे की जांच करवाई जा रही है। यदि जांच में कुचलने की स्थिति मिलेगी, तो वाहन चालक के खिलाफ 302 की कार्रवाई भी करेंगे।