6 दिसंबर 2025,

शनिवार

Patrika LogoSwitch to English
home_icon

मेरी खबर

icon

प्लस

video_icon

शॉर्ट्स

epaper_icon

ई-पेपर

नेपाली, मराठी और उडिय़ा व्यंजनों का स्वाद चखेंगी राष्ट्रपति मुर्मु

भील नृत्य, कथक और भरतनाट्यम देखेंगी

less than 1 minute read
Google source verification
नेपाली, मराठी और उडिय़ा व्यंजनों का स्वाद चखेंगी राष्ट्रपति मुर्मु

नेपाली, मराठी और उडिय़ा व्यंजनों का स्वाद चखेंगी राष्ट्रपति मुर्मु

ग्वालियर.

राष्ट्रपति द्रोपदी मुर्मु के जय विलास महल पहुंचते ही शाही अंदाज में स्वागत होगा। वह सिंधिया परिवार के साथ भोजन भी करेंगी। उनके लिए महल में सुबह से नेपाली, मराठी और उडिय़ा व्यंजन तैयार होंगे। इसमें कई तरह की चटनी, झोल और दाल शामिल है। राष्ट्रपति का ब्र ह्मकुमारी से जुड़े होने के कारण खाने में अदरक, लहसन, प्याज, काला नमक और चाट मसाला का उपयोग नहीं किया जाएगा। सिंधिया शोध केन्द्र के हेड अरुणांश बी गोस्वामी ने बताया कि मराठी व्यंजन का चयन इसलिए किया गया, क्योंकि सिंधिया राजवंश मराठी है। नेपाल से कई रानियां रहीं और वह खुद राष्ट्रपति उड़ीसा से हैं, इसलिए उडिय़ा व्यंजन को चुना गया है।

किताबें भी भेंट की जाएंगी
राष्ट्रपति मुर्मु आदिवासी समाज से आती हैं। इसलिए उनके सामने भील नृत्य होगा। इसके लिए कलाकार बाहर से बुलाए गए हैं। साथ ही कथक और भरतनाट्यम भी होगा। इसके पूर्व राष्ट्रपति को दो किताबें ‘सिंधिया स्वराज एंड मोर व हिस्ट्री ऑफ पॉसिबल फ्यूचर’ भेंट की जाएंगी। साथ ही उनका युवाओं के साथ इंटरेक्शन भी रहेगा।

पैलेस में आने वाली सातवीं राष्ट्रपति
इससे पूर्व भारत के छह राष्ट्रपति जयविलास पैलेस आ चुके हैं। द्रोपदी मुर्मु सातवीं राष्ट्रपति होंगी। अभी तक पैलेस आ चुके राष्ट्रपति में डॉ. राजेन्द्र प्रसाद, डॉ सर्वपल्ली राधाकृष्णन, ज्ञानी जैल सिंह, शंकरदयाल शर्मा, डॉ एपीजे अब्दुल कलाम, प्रतिभा पाटिल शामिल हैं।