ग्वालियर

अवैध का तमंगा हटा, वैध की श्रेणी में आई ८ कॉलोनियां के अनुमति पत्र बांटे

सौगात...सीएम की घोषणा के अनुसार शहर की आठ कॉलोनियों हुई वैध

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अवैध का तमंगा हटा, वैध की श्रेणी में आई ८ कॉलोनियां के अनुमति पत्र बांटे

धार. अवैध कॉलोनियों को वैध करते हुए नागरिकों के लिए सुविधाओं का पिटारा शुक्रवार को सरकार ने खोला। इसी क्रम में शहर की आठ कॉलोनियों को भी नियमितकरण की श्रेणी में ले लिया गया। ये कॉलोनियां २०१६ के पहले काटी गई थी। अवैध का तमंगा होने से नपा द्वारा हैंडओवर नहीं किया गया। मूलभूत सुविधाओं के अभाव में लोगों को परेशान होना पड़ रहा था। वहीं वैध की श्रेणी में आने से यहां अब विकास संबंधित कार्य नपा द्वारा किए जाएंगे। वैध घोषित कॉलोनियों में भवन अनुमति पत्रक बांटे गए।

कार्यक्रम में मुख्य अतिथि नीना वमा, विशेष अतिथि भाजपा जिलाध्यक्ष मनोज सोमानी सहित पूर्व जिलाध्यक्ष राजीव यादव व नगर पालिका अध्यक्ष नेहा महेश बोड़ाने थीं। कुल आठ कॉलोनी के 18 हितग्राहियों को भवन निर्माण अनुज्ञा एवं 441 हितग्राही को नवीन नल कनेक्शन प्रदान किए गए । वर्षों का इंतजार खत्म, होंगे विकास कार्य नगर पालिका द्वारा किए गए सर्वे में ११ कॉलोनियों को शामिल किया गया थज्ञ। इसमें आठ ही कॉलोनियों को वैध की श्रेणी में लिया गया। अन्य तीन को दस्तावेजों के अभाव में होल्ड पर रखा गया है।

सीएमओ निशिकांत शुक्ला ने बताया कि वैध श्रेणी में आई कॉलोनियों में विकास कार्यों अब जनभागीदारी और नगर पालिका के सहयोग से किए जाएंगे। इसके अलावा वैध घोषित होने पर लोगों को मकान निर्माण अनुमति पत्र नपा से दिए जाएंगे। इंदौर डिवीजन में पहली नपा मुख्यमंत्री की घोषणा के अनुसार नगरीय निकाय में अवैध कॉलोनियों को वैध करने की प्रक्रिया अपनाई जा रही है। इंदौर डिवीजन में धार नगर पालिका में आठ कॉलोनियों को पहले चरण में वैध किया गया। इसी प्रकार की कार्रवाई जिले की अन्य नगर पालिका और निकायों में भी होना है। ये कॉलोनियां हुई वैध चाणक्यपुरी,शारदा नगर ,राधा नगर, गुलमोहर, श्रीनगर , कृष्णा नगर, इंद्रपुरी और ओमकार नगर कॉलोनी को वैध घोषित किया है। सभी कॉलोनियां डेढ़ से दो दशक पहले की है। इसमें अब रहवासियों को मूलभूत सुविधाएं सड़क, बिजली, पानी, डे्रनेज सहित अन्य विकास कार्य किए जाने से लोगों को राहत मिलेगी।

जिला अस्पताल पहुंचे संभागयुक्त को डॉक्टर मिले नदारद

धार. जिला भोज चिकित्सालय में शुक्रवार को इंदौर संभागायुक्त मालङ्क्षसह ने औचक निरीक्षण किया।

इस दौरान डॉक्टर नदारद थे। गायनिक ओपीडी में डॉक्टर नहीं मिलने पर संभागयुक्त ने नाराजगी जताते हुए डॉक्टरों को नोटिस देने की बात कही। सफाई व्यवस्था पर भी जिम्मेदारों की ङ्क्षखचाई की। कमिश्नर के दौरे पर होने से अमले में खलबली मच गई। महिला मेडिकल वार्ड, पुरुष सर्जिकल वार्ड में भर्ती मरीजों से चर्चा कर फीडबैक लिया। सुविधाओं की जानकारी ली मरीज को मिलने वाली सुविधाओं और दवाईयों के बारे में जानकारी ली। डायलिसिस यूनिट का निरीक्षण किया। संभागायुक्त के साथ कलेक्टर प्रियंक मिश्रा सहित अन्य अधिकारी मौजूद थे। सिविल सर्जन गैरमौजूद अस्पताल में स्वास्थ्य व्यवस्था का ढर्रा बिगड़ा है। इसकी बानगी संभागायुक्त के दौरे पर भी सामने आई। अफसर जब अस्पताल पहुंचे तो सिविल सर्जन मौजूद नहीं थे। कर्मचारियों ने बताया कि सिविल सर्जन कलेक्ट्रेट में होने वाली बैठक में गए हैं। हालांकि जैसे ही सिविल सर्जन को संभागायुक्त की जानकारी मिली तो वह तुरंत जिला अस्ताल पहुंचे।

Published on:
26 Aug 2023 01:25 am
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