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51 वर्ष से श्रावण मास में रोजाना होता है अनुष्ठान, श्रद्धालु अर्पित करते हैं 60 हजार तुलसी दल

- भगवान लक्ष्मीनारायण का 51 किलो देसी घी सेे हुआ अभिषेक

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51 वर्ष से श्रावण मास में रोजाना होता है अनुष्ठान, श्रद्धालु अर्पित करते हैं 60 हजार तुलसी दल

51 वर्ष से श्रावण मास में रोजाना होता है अनुष्ठान, श्रद्धालु अर्पित करते हैं 60 हजार तुलसी दल

ग्वालियर. जनकगंज स्थित लक्ष्मीनारायण मंदिर पर पुरुषोत्तम मास के उपलक्ष्य में हो रहे द्वितीय गुरु परंपरा महोत्सव में गुरुवार को भगवान लक्ष्मीनारायण का 51 किलो देसी घी से अभिषेक किया गया। इस मंदिर में पिछले 51 वर्ष से श्रावण मास में अनुष्ठान होता है, इस बार ये 16 अगस्त तक चलेगा। मंदिर के पुजारी राघवेंद्र लव्हाटे ने सुबह भगवान लक्ष्मी नारायण का 51 किलो घी से अभिषेक किया। इसमें से 31 किलो घी मंदिर की तरफ से था तथा 20 किलो घी भक्त अपने घरों से लेकर आए थे। अभिषेक के बाद भगवान लक्ष्मी नारायण का विशेष शृंगार किया गया। शृंगार के उपरांत महाआरती की गई। इसके बाद महिलाओं ने भगवान विष्णु का आव्हान करते हुए दो बार विष्णु सहस्त्रनाम का पाठ किया और भगवान विष्णु को तुलसी दल अर्पित कर घर और परिवार की सुख-समृद्धि के साथ-साथ शहर में अच्छी बारिश के लिए प्रार्थना की। जो श्रद्धालु मंदिर नहीं आ पाए वह ऑनलाइन इस अनुष्ठान में जुड़े और उन्होंने भगवान लक्ष्मी-नारायण की स्तुति की। मंदिर में होने वाले अनुष्ठान के तहत रोजाना रात्रि 9 से 10 बजे तक भक्त भगवान लक्ष्मी नारायण को विष्णु सहस्त्रनाम पाठ के साथ 60 हजार तुलसी दल समर्पित करते हैं। उन्होंने बताया कि भगवान लक्ष्मी नारायण को तुलसी अति प्रिय है। शास्त्रों में वर्णन है कि भगवान लक्ष्मी नारायण की पूजा देवी तुलसी के बिना आधी-अधूरी सी मानी जाती है। बिना तुलसी के तो भगवान लक्ष्मी नारायण भोग तक नहीं चखते हैं। 21 जुलाई शुक्रवार को लक्ष्मीनारायण मंदिर में 51 किलो शक्कर से भगवान का अभिषेक किया जाएगा।

21 जुलाई को यहां भी होगा अभिषेक
पुरुषोत्तम मास के उपलक्ष्य में 21 जुलाई शुक्रवार को डीडवाना ओली स्थित बालाजी मंदिर में 25 किलो शक्कर और नक्कासा नंबर-2 नई सडक़ स्थित जानकीवल्लभ मंदिर में भगवान व्यंकटेश का 25 किलो शक्कर से अभिषेक किया जाएगा। यह जानकारी रामनिवास माहेश्वरी ने दी।