यूं तो शनिवार को भी दिन भर रिमझिम बारिश हुई, लेकिन रविवार की रात्रि से कभी तेज तो कभी रिमझिम बारिश जारी रही। जंगल क्षेत्र में अधिक बारिश होने के कारण खोजीपुरा स्टेशन के पास भी जंगल का पानी एक नाले के माध्यम से ट्रैक के ऊपर तक आ गया। यही वजह रही कि श्योपुर से ग्वालियर जाने वाली नैरोगेज ट्रेन सुबह 8 बजे से ही खोजीपुरा स्टेशन पर फंस गई। वहीं सबलगढ़ से श्योपुर आने वाली ट्रेन भी इकडोरी स्टेशन पर फंसी रही। जिसके चलते कई यात्री स्टेशनों पर ट्रेन रवाना होने का इंतजार करते रहे, वहीं कई दूसरे वाहनों से गंतव्य को रवाना हुए। वहीं गिरधरपुर के निकट जमूदा और सरारी नदी भी उफनी ओर ट्रैक के लेवल पर चली ।
जिले की बारिश का 85 फीसदी कोटा पूरा बीते 24 घंटे से शहर लगातार बारिश हुई, जिससे पूरा शहर तरबतर नजर आया। भू-अभिलेख आंकड़ों के मुतबिक जिले में शनिवार की सुबह 8 बजे से रविवार की सुबह 8 बजे 29.6 मिमी बारिश दर्ज की गई, जिसके बाद जिले की बारिश का आंकड़ा 691 मिमी पर पहुंच गया। हालांकि जिले की कुल औसत बारिश 822 मिमी है, लेकिन अभी तक 85 फीसदी बारिश का कोटा पूरा हो चुका है। वहीं श्योपुर शहर में शनिवार की शाम 5 बजे से रविवार की शाम 5 बजे तक के 24 घंटों में ३२ मिमी बारिश दर्ज की गई है ।
ग्रामीणों इलाकों के कई रास्ते भी हुए बंद जिले में हो रही लगातार बारिश के बाद जहां नैरोगेज रूट बाधित हुआ है, वहीं ग्रामीण क्षेत्र में भी कई रूटों पर आवागमन बाधित रहा। बारिश के चलते ढोढर अस्पताल कैंपस लबालब हो गया, तो कई अन्य क्षेत्रों में भी पानी भर गया है ।
कोटा बैराज से छोड़ा पांच हजार क्यूसेक पानी राजस्थान के हाड़ौती क्षेत्र में भी हुई बारिश के बाद कोटा बैराज से रविवार की सुबह 2 गेट खोलकर पांच हजार क्यूसेक पानी चंबल नदी में छोड़ा गया। जिससे 24 घंटे बाद जिले की सीमा में चंबल का जलस्तर बढऩे की संभावना है ।