
ऐतिहासिक बावड़ी पर हो रहा अतिक्रमण, अधिकारी उदासीन
ग्वालियर. किलागेट रोड पर सेवानगर पार्क के पास स्थित ऐतिहासिक बावड़ी को लोगों ने जल स्रोत के रूप में बचाए रखने की बजाय कचरादान के रूप में बदल दिया है। कब्रिस्तान के पास मौजूद यह बावड़ी पुराने शिल्प और जलस्रोत निर्माण का बेहतरीन उदाहरण है, लेकिन नगर निगम और प्रशासन की उदासीनता की वजह से आसपास के लोगों ने जमीन के लालच में टीन शैड से ढंककर बावड़ी का अस्तित्व खत्म करने की जुगत लगानी शुरू कर दी है। उल्लेखनीय है कि बीते दिवस कलेक्टर ने बिरलानगर लाइन नंबर-1 की पुरानी बावड़ी को पुनर्जीवित करने के निर्देश दिए हैं साथ बावड़ी के आसपास किए गए अतिक्रमण को भी हटाने के लिए अधिकारियों से कहा था। कलेक्टर के इस आदेश के बाद अब सेवानगर पार्क के आसपास रह रहे लोगों ने भी कलेक्टर से एतिहासिक बावड़ी को बचाने की मांग की है।
अतिक्रमण से 100 फीट का नाला हुआ 2 फीट का
ग्वालियर पूर्व विधानसभा के वार्ड-28 में अमृत योजना के अंतर्गत 90 लाख रुपए की लागत से बनने वाले नाले का निरीक्षण रविवार को विधायक मुन्नालाल गोयल ने किया। भीमनगर क्षेत्र से निकले इस नाले की चौड़ाई पूर्व में 100 फीट थी, लेकिन अब यह घटकर सिर्फ 2 फीट रह गई है। नाले पर भू माफियाओं ने प्लॉट काटकर बेच दिए हैं। विधायक ने इस मामले की जांच कराने का आश्वासन दिया है। नाले की स्थिति देखने के बाद विधायक ने दर्पण कॉलोनी,दुष्यंत नगर, हरनाम का पुरा और बजरिया क्षेत्र का भी दौरा किया। भ्रमण के दौरान विधायक ने द्वारकाधीश मंदिर के पास प्याऊ की शुरुआत की। इस दौरान कांग्रेस के स्थानीय नेता भी मौजूद थे।
Published on:
10 Jun 2019 07:19 pm
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