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जीपीएस लगे वाहन जुड़ेंगे कंट्रोल रूम से, दुर्घटना के समय पैनिक बटन से मिलेगी सहायता

मध्य प्रदेश में बिना ट्रेकिंग डिवाइस के कोई वाहन नहीं दौड़ेगा। हर वाहन परिवहन विभाग के भोपाल स्थित कंट्रोल रूम से जुड़ेगा। दुर्घटना के दौरान वाहन में लगा पैनिक बटन को दबाते ही सूचना तत्काल कंट्रोल रूम को मिलेगी। इसके बाद दस से पंद्रह मिनट में सहायता के लिए पुलिस, एंबुलेंस मौके पर पहुंचेगी। यह बात प्रेसवार्ता में प्रदेश सरकार के परिवहन एवं राजस्व मंत्री गोविंदसिंह राजपूत ने कही।

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Transport and Revenue Minister Govind Singh Rajput took the press

Transport and Revenue Minister Govind Singh Rajput took the press

ग्वालियर। प्रदेशभर में हर वाहन में जीपीएस सिस्टम लगेंगे। यह जीपीएस की ट्रेकिंग डिवाइस लोगों के लिए सुविधा जनक होगी। प्रदेशभर के हर मुख्यालय पर ऑटोमैटिक फिटनेस सेंटर और कंप्यूटराइज्ड ड्राइविंग ट्रैक शुरू होने जा रहे हैं। अभी कंप्यूटराइज्ड ड्राइविंग ट्रैक इंदौर में चालू है जो पूर्णत: प्रभावी नहीं है। इसे प्रभावी बनाया जाएगा। अब तक गोवा, महाराष्ट्र, आंध्रप्रदेश, राजस्थान में कंप्यूटराइज्ड ड्राइविंग ट्रैक चालू हैं। अब मध्य प्रदेश में भी चालू कराया जा रहा है।
ग्वालियर मेला में छूट को लेकर केबिनेट की बैठक में होगा निर्णय

ग्वालियर व्यापार मेला में छूट के प्रस्ताव को लेकर किए गए सवाल पर मंत्री राजपूत ने कहा कि कांग्रेस के राष्ट्रीय महामंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया की पहल पर पिछले साल मेला में पचास फीसदी छूट दी गई थी। इस बार मेला में छूट को लेकर प्रस्ताव तैयार कर लिया गया है। आगामी २५ तारीख को कैबिनेट की बैठक है। इस बैठक में शामिल होने से पहले मुख्यमंत्री कमलनाथ से मुलाकात करके चर्चा करूंगा और बैठक में प्रस्ताव सर्वसम्मति से पारित कराऊंगा। बैठक में ही निर्णय होगा।
पटवारियों का बस्ता हटाकर दिए जाएंगे लैपटॉप

प्रदेशभर में अब तक पटवारी बस्ता पद्धति के साथ काम करते आ रहे हैं। अब पटवारियों को लैपटॉप से सुसज्जित किया जाएगा। पहले यह पायलट प्रोजेक्ट के तहत पटवारियों को लैपटॉप दिए जाएंगे। वहीं, प्रदेशभर के सभी कलेक्टरों को निर्देशित किया गया है कि पटवारी सप्ताह में एक दिन जिला मुख्यालय पर बैठेंगे और कास्तकारों के कामकाज करेंगे।